Share This Post

Featured News / Featured Slider / Khabar

“ गणधर तप” आराधनासे उपप्रवर्तिनी गुरुमॉं चंद्रकलाश्रीजी म. सा. आदि ठाणा 3 का आकुर्डी स्थानक भवन मे चातुर्मास प्रारंभ

“ गणधर तप” आराधनासे उपप्रवर्तिनी गुरुमॉं चंद्रकलाश्रीजी म. सा. आदि ठाणा 3 का आकुर्डी स्थानक भवन मे चातुर्मास प्रारंभ

आकुर्डी- निगडी- प्राधिकरण श्री संघ के प्रांगण मे आज से गुरु गौतम “ गणधर- तप” आराधना से चातुर्मास प्रारंभ हुआ! 27 धर्म अनुरीगीयो ने गणधर तप के प्रत्याख्यान लिये! एक दिवस उपवास एक दिवस बियासना कर 22 दिन की यह तप आराधना है!* *शासन प्रभाविका पु. गुरुवर्या चंचल कुंवरजी म.सा. की सुशिष्याए उपप्रवर्तिनी महाराष्ट्र सौरभ पु. चंद्रकला श्री जी, क्रांतिकारी वाणी के जादुगार,” शासन- सुर्या” पु. स्नेहा श्री जी म. सा. तथा मधुर गायिका पु . श्रुतप्रज्ञा श्री जी म. सा. आदि ठाणा 3 – आकुर्डी निगडी प्राधिकरण जैन श्रावक संघ के तत्वाध्यान में चातुर्मास प्रारंभ हुआ!

गणधर तप के प्रथम दिवसीय पैंसठियॉं जाप के लाभार्थी बने श्री संघ के अध्यक्ष सुभाष जी ललवाणी एवं परिवार! “ मंगलकारी” कलश की स्थापना लाभार्थी सुभाष जी ललवाणी, कांताजी ललवाणी, प्रियंका ललवाणी संग उपाध्यक्षा शारदा दादी चोरडीया एवं विश्वस्ता ज्योती जी खिंवसरा के करकमलो द्वारा साध्वी व्रुंद के स्तोत्र पठन के पश्चात हुई!

वाणी के जादुगर पु स्नेहा श्री जी म. सा. ने तीन ऋतुवों का महत्व विशद कर वर्षा व्रुतु में ही चातुर्मास क्यों किया जाता इसका महत्व पारिवारिक द्रुष्टांत देकर बताया! सभी धर्म अनुरागीयों को सह परिवार युवा साथीयो संग कमसे कम एक घंटा प्रवचन मे आनेका आग्रह किया! साध्वीजी ने बताया हम धर्म आराधना से संबंधित अनेक मौलिक विचारोंका मॉल आपके धर्म स्थानक में खोला है उसे ख़रीदने का काम हर जैनीयोने करना है जिससे जिनवाणी का प्रचार प्रसार हो धर्मप्रभावना हर घर पहुँचेंगी!

आज ही चातुर्मास के प्रथम दिवसीय समारोह मे 11 जोड़ो ने शिलव्रत की सौगंध ली! श्री संघ के औरसे शारदा जी चोरडीया ने उपस्थिती का स्वागत कर गुरुमॉं का ऋण निर्देश किया!

Share This Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may use these HTML tags and attributes: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>

Skip to toolbar