आज साध्वी डॉ. अर्पिता जी ने फरमाया क्रोध जन्मों की साधना को जला देता है । बड़े से बड़ा साधक अगर क्रोध करे तो उनकी तपस्या का पूरा फल खत्म हो जाता है ।

क्रोध से आज परिवार टूट रहे है । सभी लोग गुस्से से ग्रस्त है । गुस्सा भी एक गंभीर बिमारी का रूप लेकर हमारे शरीर और समाज को नुक्सान पहुंचा रहा है । आज ब्रेन ट्यूमर , बी.पी , पैरालाइसिज , ड्रिप्रेशन जैसी बिमारियां इस गुस्से की वजह से ही पैदा हो रही है। इस गुस्से को खत्म करना होगा और इस पर नियंत्रण करना होगा।
क्रोध नरक का द्वार है क्रोध करने से पहले जीवन नरक बनता है और फिर मृत्युपरांत व्यक्ति नरक में धक्के खाता है ।