धैर्योश्री जी म सा नहीं अंतगड सूत्र की वाचना की कृष्ण महाराज ने धर्म दलाली कैसे की इसका वर्णन कियाl जो भी दीक्षा लेगा उसके परिवार का भरण पोषण का भार में उठाऊंगा ऐसे कृष्ण महाराज ने कहा बड़ा ही सुंदर वर्णन किया गयाl कृष्ण महाराज की पटरानी ने कैसी दीक्षा ग्रहण की उसका वर्णन कियाl
साध्वी आगम श्री जी महाराज अपने दान के बारे में बताया देवे सो देवता रखे सो राक्षस पहले लोगों के हाथ बड़े लंबे थे पर आज छोटे हो गएl दान किसके लिए देना है दूसरों का दुख दर्द देख कर दर्द से दिल मन द्रवित होते और अनुकंपा से सामने वाले व्यक्ति को जो चाहिए पैसा दान देना चाहिएl साता उप जाना चाहिए इससे मानव हृदय की कीमत हो जाती हैl आज हमारी संपत्ति का उपयोग हम चार कोर्ट में कर रहे हैंl पहले कोर्ट है व्हाइट कोट जो डॉक्टर के यहां पर पैसा जा रहा है दूसरा है काला कोट सारा पैसा कोर्ट कचहरी में खर्च हो रहा हैl
तीसरा है खाकी कोट पुलिस मैन को दे रहे हैं चौथा है खुद का कोट सिर्फ अपने परिवार का परम पोषण करनाl इसलिए उसे पर खर्च हो रहा है हम चातुर्मास करवाते हैं तो वहां धर्म के लिए संपत्ति का सदुपयोग होना चाहिएl जितना देंगे उतना ही 10 गुना बढ़कर आएगा यह तो हमारे पर निर्भर है पूरे शरीर में महत्वपूर्ण अवयव हैl
हृदय, हृदय से कीमत आती जाती है आज भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याण का जन्म वाचन हुआl जन्म की नाटिका रखी गई बहुत सुंदर तरीके से हुई प्रभाव नामी गुप्त उपहार रखे गए थेl भगवान महावीर के जन्म के लक्षण में लखपतजी मुनोत जी ने एक सुंदर गीत प्रस्तुत कियाl डॉक्टर भिक मचंद जी का सकलेचा इनको जन्मदिन की बधाई दी गई संचालन अशोक जी बाठिया ने कियाl