चेन्नई. कोडमबाक्कम-वड़पलनी जैन भवन में विराजित साध्वी सुमित्रा ने कहा समय बहुत ही रफ्तार से निकल रहा है अगर समय रहते इसका महत्व नही जाना तो यह वापस नही आने वाला है। अगर किसी मनुष्य को कहीं जाना हो और उसका बस या ट्रैन छूट जाए तो दोबारा भी मिल सकता है।
लेकिन समय एक बार चला गया तो दोबारा नही मिलता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान ने लोग सोचते है कि अभी बहुत समय है और कोई भी काम को टाल देते है। लेकिन जब समय निकल जाता है तो लोग पछतावा करते है।
बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जो दिन भर टाइम पास करते है। लेकिन याद रहे समय बर्बाद करने वालो को समय बर्बाद कर देता है। जिस प्रकार से किसी व्यक्ति को अपमानित किया जाए तो वह भी अपमानित करता है। उसी प्रकार से समय होता है। अगर अच्छा समय चाहिए तो समय के महत्व को समझना होगा। उन्होंने कहा कि समय की रफ्तार से तेज कुछ नही है।
इसकी रफ्तार से पीछे भागने वाले हमेशा पीछे रह जाते हैं। समय के साथ खुद को बदलने वाले आगे निकल जाते हैं। बुढ़ापे में बच्चो जैसा अगर कोई व्यवहार करेगा तो उसे लोग पसंद नही करते हैं। समय के हिसाब से बदलना दुनिया की रीत है। समय को महत्व देने वाले सफल हो जाते हैं। जीवन मे आगे जाना है तो समय के साथ चलना सिखों। उन्होंने कहा कि समय सबको एक बराबर मिलता है।
कुछ लोग उसे महत्व देकर जीवन मे आगे निकल जाते है और कुछ लोग बर्बाद कर देते हैं। समय सबका अच्छा होता है लेकिन लोग अपनी सोच की वजह से उसे अच्छा और बुरा बनाते है। जैसा सोचा जाएगा वैसा समय होता जाएगा। समय को महत्व देकर बदल जाने वालों का जीवन सुंदर बन जाता है।
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