31 मार्च 2025 सोमवार को दीक्षार्थी बहन सुश्री कशिश जी बाफना के अभिनन्दन के अवसर पर स्वाध्याय भवन,साहूकारपेट, चेन्नई में दीक्षार्थी बहन के वीरपिता श्री सुनिलजी बाफना वीरपिता- वीरपति श्री बाबूधनपतराजजी सुराणा, वीरपिता रिखबचंदजी बागमार वीरपुत्र डी रविन्द्रजी कवाड वीरपुत्र व वीरभ्रातागण आर नरेन्द्रजी कांकरिया आर वीरेन्द्रजी कांकरिया एवं अभयजी सुराणा, स्वाध्यायी बन्धुवर गौतमचन्दजी मुणोत, कांतिलालजी तातेड़, चंपालालजी बोथरा, सुमेरचंदजी बागमार, आर पदमचन्दजी बागमार, विमलचन्दजी सुराणा, सुरेशजी कोठारी, सन्दीपजी ओस्तवाल, दीपकजी श्रीश्रीमाल, मनिषजी जैन, जवाहरलालजी कर्णावट, बी सुरेशजी चोरडिया, चिरागजी ललवाणी, वी दिनेशजी कांकरिया व श्राविका वर्ग में अधिकांश की सामायिक परिवेश में व चेन्नई महानगर के विभिन्न क्षेत्रों से श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति प्रमोदजन्य रही |
ज्ञातव्य हैं कि जिनशासन गौरव, आगमज्ञ,प्रवचन प्रभाकर, परमश्रद्धेय आचार्य भगवन्त 1008 श्री हीराचन्द्र जी म.सा. के निर्देशानुसार महान् अध्यवसायी सरसव्याख्यानी परमश्रद्धेय भावी आचार्यप्रवर श्री महेन्द्रमुनिजी म.सा. ने मुमुक्षु बहिन सुश्री कशिशजी बाफना सुपुत्री श्री सुनीलकुमारजी इन्दरचन्दजी बाफना—श्रीमती राणुजी सुनीलकुमारजी बाफना, मरुधर में गोविन्दगढ़, हाल निवासी श्रीकालाहस्ती-आंध्रप्रदेश, जो कि व्याख्यात्री महासती श्री इन्दूबालाजी म.सा. आदि ठाणा की सेवा में ज्ञान—ध्यानरत है, उनकी जैन भागवती दीक्षा वैशाख शुक्ला षष्ठी, शनिवार, 03 मई 2025 को तत्त्वचिन्तक श्रद्धेय श्री प्रमोदमुनि जी म.सा. के मुखारविन्द से नासिक [महाराष्ट्र] में सुखे समाधे होने की स्वीकृति प्रदान की हैं |
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
स्वाध्याय भवन 24/25, बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट, साहूकारपेट, चेन्नई, तमिलनाडु