चेन्नई. गुम्मिडीपूंडी स्थित भंडारी निवास पर विराजित उपप्रर्वतक विनयमुनि ने कहा जीवन में आगे जाने के लिए मनुष्य को अपन आचरण हमेशा अच्छा करने का प्रयास करना चाहिए। मनुष्य के पास हर खूबी हो अगर आचरण न हो तो सब व्यर्थ होता है। आचरण ही जीवन में आगे ले जाने का कार्य करता है।
उन्होंने कहा जीवन में कुछ हो न हो लेकिन सद्गुण होना अति आवश्यक होता है। मनुष्य की पहचान उसके पैसे और ताकत से नहीं बल्कि अच्छे सदगुणों से होती है।
यही कारण है कि महापुरुषों को उनके सदगुणों के लिए आज भी याद किया जाता है। अगर किसी में कोई गुण न हो तो कोई भी उसे याद नही करता, क्योंकि मनुष्य का गुण ही उसे महान बनाता है। जीवन में परोपकार की भावना हर मनुष्य में होनी चाहिए। जीवन में आगे जाने के लिए मनुष्य को दया, दान और धर्म करने से पीछे नही हटना चाहिए।
बहुत सारे ऐसे लोग होते है जो दिखावे के लिए धर्म और दया का कार्य करते है। प्रवचन में उपस्थित अशोक रैदासनी और रोशन रैदासनी ने अनूठी सेवा भक्ति का परिचय दिया। गुरु भगवंत शुक्रवार सुबह कारनोडै एवं उपप्रवर्तक गौतम मुनि बिन्नी मिल पहुंचेंगे।