चार राजस्थानी विभूतियाँ राजस्थान श्री से अलंकृत
राजस्थानी एसोसिएशन तमिलनाडु द्वारा रविवार, 21 जनवरी 2024 को शाम 6.30 बजे म्यूजिकअकादमी, चेन्नई के प्रांगण में एक विशेष समारोह में सामाजिक सेवा, साहित्य और व्यवसाय के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रवासी राजस्थानियों को *राजस्थान श्री* पुरस्कार से सम्मानित किया। समारोह की शुरुआत गीत संगीत की प्रस्तुति से हुई।
तत्पश्चात् मुख्य अतिथि डॉ. नरेंद्रकुमार ए.बल्डोटा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, बल्डोटा ग्रुप ऑफ कंपनीज और पूर्व अध्यक्ष-जीतो एपेक्स तथा विशिष्ट अतिथि श्री अरुण जैन, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक-इंटलेक्ट डिज़ाइन अरेना लिमिटेड, संस्थापक अध्यक्ष और सीईओ – पोलारिस कंसल्टिंग एंड सर्विसेज लिमिटेड, द्वारा दीप प्रज्वलित कर प्रार्थना की गई।
अध्यक्ष श्री एन.मोहनलाल बजाज ने मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि, पूर्व अध्यक्षों, विशेष आमंत्रितों का स्वागत किया। उन्होंने राजस्थान श्री पुरस्कार विजेताओं को भी बधाई दी और विभिन्न क्षेत्रों में समाज के लिए उनके प्रयासों की सराहना की।
महासचिव श्री देवराज आच्छा ने अपनी सचिवीय रिपोर्ट में एसोसिएशन की गतिविधियों की जानकारी बड़े पर्दे पर आडियो वीडियो के माध्यम से दी। मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि का परिचय आड़ियो विजुअल प्रस्तुति द्वारा दिया गया। अवार्ड समिति के चेयरमैन राजस्थान रत्न श्री के. सुभाषचंद रांका ने पुरस्कार विजेताओं के चयन के बारे में जानकारी दी ।
राजस्थान श्री पुरस्कार प्रशस्ति पत्र सहित चार राजस्थानियों को प्रदान किये गये।
1. श्री गौरीशंकर राठी को पेशा व समाज सेवा के क्षेत्र में,
2. श्री मंगलचंद तातेड़ को समाज सेवा के क्षेत्र में,
3. श्री एम. रिखबचंद बोहरा को समाज सेवा के क्षेत्र में एवं
4. डॉ. दिलीप धींग को साहित्य के क्षेत्र में ।
मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को शाल, माला साफ़ा व विशेष स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में चयन समिति सहसंयोजक श्री चंद्रप्रकाश मालपानी, निर्वाचित अध्यक्ष श्री प्रवीण कुमार टाटिया, कोषाध्यक्ष श्री गौतमचंद डागा, सह कोषाध्यक्ष अशोक लखोटिया तथा पूर्व अध्यक्षगण उपस्थित थे। संयुक्त सचिव श्री अजय नाहर ने सजावट एवं सह सचिव ज्ञानचंद कोठारी ने आडियो वीडियो प्रस्तुति में सहयोग दिया।
धन्यवाद ज्ञापन चयनित अध्यक्ष श्री प्रवीण कुमार टाटिया द्वारा दिया गया। समारोह का संचालन श्रीमती प्रिया करनानी ने कुशलता पूर्वक किया। कार्यक्रम में विनोद जैन, शांतिलाल कांकरिया, इन्दरचंद छाजेड़, दिलीप बोहरा, गौतमचंद नाहर आदि का सहयोग सराहनीय रहा।