सेजवाणी से जुडने का कारण युवा पीढि को स्मार्टवल्ड के इस दौर में तकनीकी के माध्यम से धर्म—कर्म से जोडने को लेकर हुआ। सेजवाणी के संस्थापक सदस्य मुझसे इस अभियान को लेकर मेरे पास आए और उन्होंने मुझे इसे आगे बढाने को लेकर मुझसे मदद मांगी और मार्गदर्शन करने को कहा। मै किसी की मदद करने से कभी भी पीछे नहीं हटता और युवाओं द्वारा शुरू किए गए इस अभियान से जुडने को मै तुुरंंत तैयार हो गया।
परिचय
समाज सेवी श्रीमती कमला जी मेहता का जन्म राजस्थान के नागौर जिले के कुचेरा गांव में 25 मई 1951 को हुआ। उनके पिता का नाम श्री मूलचंद जी सुराणा और माता का नाम मदनकंवर सुराणा है। 19 फरवरी 1967 को इनका विवाह श्री सज्जनराजजी मेहता से हुआ। जिनका नाम आज जैन समाज के अग्रणी समाज सेवियों में गिना जाता है।
समाज सेवा के क्षेत्र में कमला जी मेहता की रुचि बचपन से ही थी। ऐसे संस्कार उन्हें अपने माता-पिता और पविार से मिले। शादी के बाद चेन्नई आने पर समाज सेवा में पति का सहयोग मिलने से प्रखर रूप से इस क्षेत्र में जुड़ गई।
कमला जी मेहता ने अपने धार्मिक एवं सामाजिक जीवन की शुरुआत 1982 में महावीर जैन महिला युवती मंडल, साहुकारपेट की सदस्यता ग्रहण करने के साथ की। उसके बाद से इन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। समाज सेवा के क्षेत्र में निरंतर जैन धर्म और भगवान महावीर की वाणी का प्रचार-प्रसार करने में जुटी हुई हैं और देश-विदेश में अपनी संस्कृति और संस्कारों से युवा पीढी को परिचित कराती आ रही हैं। धर्म परायण महिला श्रीमती कमलाजी मेहता के हृदय में गुरु भक्ति कूट-कूट कर भरी हुई है। जहां भी गुरु भक्ति और धर्म आराधना करने का मौका मिलता है श्रीमती मेहता पूरी निष्ठा के साथ करती हैं। लगातार 33 वर्षों से चातुर्मास काल और पर्यूषण पर्व के दौरान महावीर की वाणी का प्रचार-प्रसार, गुरु भक्ति और धर्म आराधना का अनुपम कार्य देश के विभिन्न राज्यों जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, राजस्थान आदि के अलावा विदेश में वाशिंगटन, न्यूजर्सी जैसे क्षेत्रों में करती आ रही हैं।
समाज में स्वाध्याय वृत्ति जागृत करने हेतु प्रतिमाह तीर्थंकर चरित्र, तत्वार्थ सूत्र, उत्तराध्य्यन सूत्र जैसे धार्मिक कार्यों का आयोजन का आयोजन इनके सहयोग से होता है। गत दिनों हुई इन परीक्षाओं में 10,000 से अधिक युवक-युवतियों महिलाओं ने भाग लिया।
धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र के अलावा शिक्षा के क्षेत्र में भी इनका प्रयास अनुकरणीय है। इन्होंने विभिन्न विद्यालयों, कॉलेजों मैं सौ से अधिक शिविरों का संचालन कर महिलाओं, युवक-युवतियों एवं बच्चों को धर्म से जोडऩे का प्रयास किया है। 2003 से अब तक पूरे भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों में 32 बाल संस्कार शालाओं एवं महिला युवती मंडलों का शुभारंभ कर ज्ञान अर्जन कराने का कार्य किया।
उदार हृदय की धनी श्रीमती कमला मेहता असहाय और जरूरतमंदों की मदद के लिए तत्पर रहती हैं। गरीब और जरूरतमंद स्कूली बच्चों के शिक्षण में कोई परेशानी न हो इसके लिए पुस्तक और स्कूल फीस में आर्थिक मदद विभिन्न संगठनों के जरिये और निजी तौर पर भी करती आ रही हैं। लगातार 14 वर्षों से जरूरतमंदों में निशुल्क अनाज, वस्त्र, खाद्य सामग्री का वितरण करती आ रही हैं। रोजगार हेतु इन्होंने वर्धमान टेलरिंग सेंटर की शुरुआत करने के साथ ही अनेकों जरूरतमंदों को सिलाई मशीनें, रोटी मेकर देकर उनको संबल प्रदान किया। समय समय पर विभिन्न अनाथालयों, अस्पतालों में जाकर रोगियों, अनाथ बच्चों और वृद्धों की सेवा कर परोपकार का कार्य करती रहती हैं।
चेन्नई और अन्य क्षेत्रों के बच्चों को गोद लेकर इन्होंने उनके खाने-पीने, छात्रावास में रहने, पढ़ाई की व्यवस्था की है जिससे आज भी कई बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। कमला जी मेहता केवल मनुष्यों के प्रति नहीं बल्कि पशुओं के प्रति भी संवेदना रखती हैं। गौ सेवा के कार्य में हमेशा तत्पर रहकर उन्होंने कई गौशालाओं के निर्माण में सहयोग किया है। इसके अलावा बकरों, कुत्तों और कबूतरों के रहने और खाने की व्यवस्था के तहत कई निर्माण कार्य में अपना सहयोग दिया है। एक शानदार पहल करते हुए इन्होंने घरों के बचे हुए भोजन को एकत्र करने के लिए गाडिय़ों की व्यवस्था करवाई जिससे पशुओं को लाभ मिलता है।
भावी पीढ़ी को मार्गदर्शन देने के लिए तथा धर्म-कर्म से जोडऩे के लिए इन्होंने सफलता के सूत्र, सफलता के सुरभित सुमन, सुहाना सफर, सफलता के राज हमारी योजनाएं, सफलता के शिखर, समाज और परिवार जैसी कई पुस्तकों का प्रकाशन कराया।
समाज के कई आडंबरों जैसे शादी-विवाह में होने वाले अनावश्यक खर्च और दहेज प्रथा जैसी रूढि़वादी प्रथाओं को खत्म करने के लिए इनका प्रयास जारी हैं। समय-समय पर सम्मेलन आयोजित कर लोगों को इस बारे में जागरूक करती हैं। गर्भपात और भ्रूण हत्या जैसे विषयों पर उन्होंने विभिन्न स्कूल व कॉलेजों में सेमिनार कर हजारों युवक युवतियों को ऐसा अपराध नहीं करने की शपथ दिलाई।
भावी पीढ़ी को मार्गदर्शन देने के लिए तथा धर्म-कर्म से जोडऩे के लिए इन्होंने सफलता के सूत्र, सफलता के सुरभित सुमन, सुहाना सफर, सफलता के राज हमारी योजनाएं, सफलता के शिखर, समाज और परिवार जैसी कई पुस्तकों का प्रकाशन कराया।
समाज के कई आडंबरों जैसे शादी-विवाह में होने वाले अनावश्यक खर्च और दहेज प्रथा जैसी रूढि़वादी प्रथाओं को खत्म करने के लिए इनका प्रयास जारी हैं। समय-समय पर सम्मेलन आयोजित कर लोगों को इस बारे में जागरूक करती हैं। गर्भपात और भ्रूण हत्या जैसे विषयों पर उन्होंने विभिन्न स्कूल व कॉलेजों में सेमिनार कर हजारों युवक युवतियों को ऐसा अपराध नहीं करने की शपथ दिलाई।
सम्मान
राजस्थानी कला केंद्र संस्था द्वारा 2003 में इन्हें राजस्थान नारी रत्न, जेएसएस महिला विंग द्वारा 2007 में वूमेन ऑफ एक्सीलेंस, वर्ष 2011 में समाज सेवा रत्न, करुणासागर अवार्ड, श्राविका रत्न, एसएस जैन संघ पांडिचेरी द्वारा ऑलराउंडर कर्मठ कार्यकर्ता, न्यू दिल्ली प्रदेश महिला शाखा द्वारा मदर टेरेसा श्रेष्ठ अवार्ड, वर्ष 2012 में महिला मुकुट मणि सम्मान, झांसी की रानी सम्मान, 2013 में दिल्ली प्रदेश महिला शाखा द्वारा प्राणी मित्र अवार्ड, एसएस जैन संघ गुजरात द्वारा धर्मशील नारी रत्न अवॉर्ड, ऑल इंडिया जैन कॉन्फ्रेंस दिल्ली द्वारा दुर्लभ सहयोगी सम्मान, वर्ष 2014 में तेलुगु सामायिक वेदिका संस्था द्वारा सेवा रत्न अवॉर्ड, बेस्ट कपल अवार्ड, आदर्श शिक्षक अवॉर्ड, आदर्श श्राविका रत्न अवॉर्ड जैसे कई अनगिनत अवार्ड से इनको सम्मानित किया जा चुका है।
श्रीमती कमला मेहता श्री जैन महासंघ महिला विभाग की संयोजक रही हैं। इसके अलावा ऑल इंडिया एसएस जैन संघ कॉन्फ्रेंस राष्ट्रीय महिला शाखा की अध्यक्ष, तमिलनाडु राजस्थानी प्रवासी एकता संघ मोर्चा की अध्यक्ष, वर्धमान सधार्मिक सेवा एवं जीव दया समिति की अध्यक्ष, स्थानकवासी जैन महिला संगठन की अध्यक्ष, ऑल इंडिया ज्ञान प्रकाश योजना की अध्यक्ष, वल्र्ड जैन मिशन लेडीज विंग की अध्यक्ष, श्री जैन मेडिकल रिलीफ सोसाइटी की सदस्य रही हैं। साथ करुणा इंटरनेशनल इलेक्टेड मेंबर की आजीवन सदस्य, जैन महिला विद्या संघ की आजीवन सदस्य, श्री भवन महावीर प्रचार संघ की आजीवन सदस्य एवं राजस्थान एसोसिएशन की आजीवन सदस्य हैं। इसके अलावा भी व कई अन्य संघ संस्थाओं से जुड़ी हुई हैं।
सेजवाणी आधुनिक समय में युवा पीढ़ी को धर्म-कर्म और संस्कृति से जोडऩे का अच्छा माध्यम है। मुझे लगा कि युवा पीढी को स्मार्टवल्ड के इस दौर में तकनीकी के माध्यम से धर्म—कर्म से जोडऩे के लिए सेजवाणी से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता, इसलिए मैंने इससे जुडऩा बेहतर समझा। सेजवाणी के संस्थापक सदस्य इस अभियान को लेकर मेरे पास आए और इसे आगे बढाने को लेकर मुझसे मदद और मार्गदर्शन करने को कहा। मैं किसी की मदद करने से कभी भी पीछे नहीं हटता और युवाओं द्वारा शुरू किए गए इस अभियान से जुडने को मैं तुुरंंत तैयार हो गया।
परिचय
श्री सज्जन राज जी मेहता का जन्म 19 दिसंबर 1947 को राजस्थान के नागौर जिले में हुआ। इनके पिता का नाम श्री चुन्नी लाल जी मेहता और माता का नाम श्रीमती उच्छब कंवर है। श्री चुन्नी लाल जी मेहता एक समर्पित समाजसेवी और परोपकारी व्यक्तित्व के धनी थे वहीं माता श्री धर्मनिष्ठ श्राविका और समाजसेविका थीं।
श्री सज्जन राजजी मेहता ने प्रारंभिक शिक्षा एवं सीए की पढ़ाई राजस्थान में पूरी की। 19 फरवरी 1974 को कुचेरा निवासी कमला जी सुराणा से इनका विवाह हुआ। इनके दो पुत्र और एक पुत्री है। श्री सज्जन राज मेहता की सोच हमेशा से ऊंची रही है। यही कारण है कि विवाह के कुछ समय पश्चात इंदौर आकर इन्होंने शुगर फैक्ट्री की शुरुआत की। इसके बाद वर्ष 1980 में वह चेन्नई आ बसे। यहां उन्होंने प्रॉपर्टी बनारस का बिजनेस शुरू किया, जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे पलट कर नहीं देखा।
समाज में अग्रणी समाजसेवियों में शुमार श्री सज्जन राजजी मेहता बताते हैं कि 20 साल पहले उनकी मुलाकात एक ऐसे निर्धन व्यक्ति से हुई जिसके पास 2 जून की रोटी नहीं थी लेकिन फिर भी वह दूसरों की सेवा के लिए तत्पर रहता था। उस व्यक्ति ने सज्जन राज्य को काफी प्रभावित किया तभी से उन्होंने मन बना लिया जब ऐसा व्यक्ति दूसरों की मदद कर सकता है तो हम जैसे सामथ्र्यवान क्यों नहीं? उस दिन के बाद से इन्होंने समाज सेवा को अपना प्रमुख ध्येय बना लिया।
उत्कृष्ट व्यक्तित्व के धनी श्री सज्जन राजजी कहते हैं कि जब जिस व्यक्ति को मदद की बहुत जरूरत हो उसकी मदद करनी चाहिए। श्री मेहता का परिवार संपन्न है जिसका श्रेय वह अपने दान कार्य और समाज सेवा को देते हैं। हर मौके पर गरीबों, नेत्रहीनों, विकलांगो, मरीजों आदि में दवाइयां कपड़े आदि बांट स्वाबलंबी बनाने की कोशिश करते हैं। गरीब छात्रों को पढ़ाई मे मदद करते हैं।
सेवाभावी श्री सज्जन राजजी मेहता पूरे भारतवर्ष में साधु संतों की सेवा एवं उनके दर्शन के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। सज्जन राजी मेहता अनेक सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं और संगठनों से जुड़े हुए हैं। वर्तमान में वे जैन महासंघ के अध्यक्ष, जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन चेन्नई चैप्टर के डायरेक्टर हैं। वह जीतो अपैक्स मुंबई के डायरेक्टर भी रह चुके हैं। वह ग्लोबल फिल्ले लिमिटेड के चेयरमैन पद को सुशोभित कर रहे हैं। जीतो चेन्नई चैप्टर के श्रमण आरोग्य चेयरमैन हैं। इसके अलावा वल्र्ड जैन मिशन के चेयरमैन, अखिल भारतीय जैन एकता मंच नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री दक्षिण भारत जैन स्वाध्याय संघ के उपाध्यक्ष, युवाचार्य श्री मधुकर मुनि मेमोरियल सेवा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष, गुरु दिवाकर कमला वर्षावास समिति के प्रमुख मार्गदर्शक हैं।
सम्मान
श्री सज्जन राज जी मेहता को समाज रत्न भूषण अवार्ड -अमरेली (गुजरात), देवेंद्र भामाशाह अवार्ड-जोधपुर (राजस्थान), लब्धि प्रतिष्ठित अवार्ड-रायपुर (छत्तीसगढ़), मेवाड़ रत्न भामाशाह अवार्ड- नई दिल्ली मिला है। 18 अक्टूबर 2018 को तमिलनाडु गर्वनर श्री बनवारीलाल पुरोहित द्वारा जैन दादावाड़ी आयनावरम में साध्वी कुमुदलताजी म.सा. के सान्निध्य मेें श्री सज्जनराजजी को समाज रत्न से सम्मानित किया गया।