योगी शंकर कुमार घोष का जन्म मुंगेर जिले के घौनी गांव में वर्ष 1978 में हुआ। इन्होंने भागलपूर के कॉलेज से बीए हिस्ट्री आनर्स की पढ़ाई पूरी की। स्नातक की परीक्षा पास कर कुछ महिनों के लिए सरकारी नौकरी भी की लेकिन योगी शंकर का बचपन से ही आध्यात्म में रूचि रही है। यही कारण है कि अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने बजाय किसी और लाभ के पेशे को चुनने के उन्होंने आध्यात्म का रास्ता चुना। योगी घोष बचपन से ही योग, आध्यात्म, त़ंत्र—म़त्र साधना में काफी रूचि रखते हैं इसलिए उन्होंने पढ़ाई पूरी करने के बाद खुद का करियर इसी क्षेत्र में बनाने का फैसला किया। आज योगी शंकर घोष के देशभर में अनगिनत मित्र है जो इनसे रोग, दोष व विकार आदि समस्याओं के बारे में जाकनारी लेते हैं और उसका निवारण कराते हैं। अपने मित्रों व अन्य लोगों की मदद के लिए योगी घोष सेजवाणी(https://sagevaani.com) के पटल पर हर सप्ताह अपनी ओर से राषिफल बताएंगे। जिन्हें अपनी समस्याओं और उनके निकारण के बारे में जानकारी लेनी है वह सेजवाणी के माध्यम से अथवा योगीजी से संपर्क कर सकते हैं।