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15 अगस्त से जैन धर्म का सबसे बढ़ा पर्व


पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व का आगमन होगा !
कोरोना महामारी की वजह से भीड़ वाले आयोजन तो नहीं हो पाएंगे पर हमें हर बार की तरह पर्युषण अहिंसात्मक रूप से ही मनाना है ! पर्युषण मे क्या करना है और क्या नहीं करना है उसकी थोड़ी जानकारी निचे दी गई है ताकि हिंसा ना हो और हम पाप से बचे ! जरूर पड़े और घर मे सबको बतावे !

1 पर्युषण के दिन विशेष पुण्य को देने वाले है थोड़ा धर्म करने से बहोत अनेक गुना लाभ मिलता है उसी तरह पाप भी थोड़ा सा होने पर भी उसका फल कई गुना होकर मिलता है !


इसलिए पुण्य ज्यादा करें और पाप कमसे कम करें ! व्यापार आदी बंद रखे !

2 पर्युषण मे जाले उतारने, लीपने ‘ पोतने , रंग रोगन, और साफ सफाई का काम ना करें ! अनाज और बिस्तर आदी धुप मे ना रखे ! झूठे बर्तन रात को ना रखे ! झूठे बर्तन मे 48 मिनिट बाद अनंत जीव पैदा होते है जिनकी हिंसा होती है !

जिस कार्य मे हमें लगे की एक भी जीव की हिंसा हो उसी ना करें !
धर्म कार्य के आलावा बाहरगांव ना जाये !
ब्रम्हचर्य का पालन करें ! रसोई या चाय बनाने से पहले गैस को अच्छी तरह से देंखे पुंजनि या मुलायम कपडे से कोई जीव हो तो उसे हटावे ! उसके बाद ही गैस या चूल्हा चालू करें !


किसी जीव को ना मारे ! जहरीला जानवर होतो पकड़कर दूर छोड़े !

3 -रात्रि भोजन तो बिलकुल भी ना करें !रात्रि भोजन नरक का पहला द्वार है बच्चों को भी ना करावे !
4 -आलू, प्याज, आदी सभी जमीन कंद का बिलकुल भी उपयोग ना करें ! पर्युषण मे जमींकन्द घरमे लाना तो दूर की बात उसे देखने से भी पाप लगता है !

5 – रात को खाना बनाना भी नहीं है !
और ना किसी को बनाने पर मजबूर करें किसी की मज़बूरी हो की रात को खाना ही पड़ेगा तो उसके लिए भी सूर्यास्त से पहले ही भोजन बनावे !

6 –दिन मे भी अँधेरे मे भोजन ना करे !

7 – 8 दीन हरी सब्जियों का बिलकुल त्याग करे! 8 दिन हरी सब्जी नहीं खाएंगे तो मर नहीं जायेंगे !
पर्व के दिनों मे सुखाकर हरी सब्जी बनाने वाले समझदार भी बहुत है ! उनको ये सोंचना है की त्याग मतलब त्याग होता है ! सुखी हुई मे भी अंश तो होता ही है ! दुसरो को भी सुखाकर बनाने वाला अपना ज्ञान ना देवे !
चौमासे मे सुखी हुई हरी सब्जी चलती है पर महापर्व मे नहीं चलती !सुखाकर बनाने का रीवाज हो गया है जो गलत है ! लोक डाउन मे 2 महीनों तक हरी सब्जी नहीं मिली तो भी लोग जिन्दा रहे ना !

8 दिन दाले ‘ बेसन आदी से काम चलाये !

8 -रोज के कामों मे कम से पानी उपयोग करें! ज्यादा जरुरी हो तो ही कपड़े धोये ! कपड़ो को धोने से कुटे नहीं ! वाशिंग मशीन मे 8 दिन कपडे नहीं धोये ! गरम पानी पिएंगे !

9 -बार बार नहाना हाथ मुँह धोना ! बाल धोना ये सब ना करें 8 दिन साबुन शेम्पू का उपयोग ना करें !
लिपस्टिक आदि मेकअप से भी दूर रहे !

9 परमात्मा के दर्शन व सेवा पूजा करें भक्ति ! कोरोना की वजह से ना जा पाए तो घर पर भक्ताम्बर आदी पाठ करें भक्ति करें !गुरु वंदन करें ! एकासना उपवास, बेला, तेला आदी तप करें !
सामायिक प्रतिक्रमण करें !और दूसरो को भी करावे !प्रभावना करें
माला आदी गिने! दान करें ! दीन – दुखी की मदद करें !
साधर्मिको की भक्ति करें उन्हें आराधना मे सहयोग करें और उनकी भी मदद करें ! स्वाध्याय और पौषध करें ! व्याख्यान सुने !

10 किसी से लड़ाई झगड़ा ना करें ! किसी की निंदा ना करें !
सिर्फ धर्म आराधना ही करें !धार्मिक पुस्तक पढ़े !
टी.वी. मोबाईल आदी मशीनी चीजों का त्याग करें ! व्याख्यान या धार्मिक जानकारी के लिए t.v.और मोबाइल का उपयोग कर सकते है !

11- 8 दिन दिन मे निंद ना निकाले ! पर्व के दिन छोटे होते गे उन्हें व्यर्थ ना बिगाड़े ! किसी से गाली या मारपीट ना करें ! राग द्वेष से बचे !

12- सादगी पूर्ण तरीके से 8 दिन आराधना करें !

13- जितनी हो सके उतनी जीव हिंसा से बचे !

14- मास्क का उपयोग करें भीड़ वाली जगह पर जाने से बचे
धर्म आराधना दिल खोलकर करें क्युकी धर्म ही हमें बचाएगा !

15 – बाजार की चीजे ना खाये! और भी कोई अभक्ष्य चीजे आइसक्रीम आदी ना उपयोग करें !

16 -सभी को क्षमा करें और क्षमा मांगे ! बढ़ो का सम्मान करें ! उनकी सेवा करके उनको भी धर्म आराधना करावे !
क्युकी परिवार के साथ और बढ़ो के आशीर्वाद के बिना धर्म नहीं हो पाता है !
महिलाओ से विशेष निवेदन रसोई आदी मे जयना पूर्वक काम करे ताकि जीवहिंसा ना हो घर को धर्ममय बनाना आपके हाथो मे है !

परमात्मा जी आज्ञा अनुसार पर्युषण की आराधना करें ! और अपना आत्म कल्याण करें !
जय महावीर
जय जिनेन्द्र
मिच्छामि दुक्डम

दुनिया मे आनंद छाया रे
देखो पर्व पर्युषण आया रे

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