गुरुमॉं उपप्रवर्तिनी, महाराष्ट्र सौरभ पुज्यनीय चंद्रकलाश्री जी महाराज साहेब का 63वॉं जन्मोत्सव आध्यात्मिक जप तप धर्मआराधना के साथ मनाया गया!
श्री संघ द्वारा “ श्रमणी- गौरव” उपाधि प्रदान! संघाध्यंक्ष सुभाषजी ललवाणी को गुरुमॉं एवं साध्वीव्रुंद द्वारा “ संघ – शिरोमणी” पद से नवाजा गया! आज आकुर्डी निगडी प्राधिकरण श्री संघ के प्रांगण मे गुरुमॉं उपप्रवर्तिनी महाराष्ट्र सौरभ चंद्रकला श्री जी का 63वाँ जन्मोत्सव जप तप धर्मआराधना एवं गुणानुवाद के माध्यम से अनेक गणमान्य अतिंथी, विविध संघो के पदाधिकारी एवं अनेक भक्तो के सानिध्य मे मनाया गया!
इस समारोह मे गुरुमॉं को श्री संघ के और से “श्रमणी-गौरव” इस पद से गौरन्वित किया गया! अभिनंदन पत्र का शब्दांकण संघाध्यक्ष सुभाषजी ललवाणी ने किया ! उसी प्रकार वाणी के जादुगर, शासनसुर्या पुज्यनीय स्नेहाश्री जी को “ प्रवचन-विभु” एवं मधुरकंठी पुज्यनीय श्रुतप्रज्ञाश्री जी को “दिवाकर-दिप्ती” पद से अलंक्रुत किया गया! सन्मान पत्र के शब्दांकण थे सुभाषजी एवं शारदा जी के! सन्मान पत्रोका वाचन सौ शारदा जी चोरडीया ने किया!
इसी शानदार समारेहमें गुरुमॉं पुज्यनीय चंद्रकला श्री जी महाराज साहेब, पुज्यनीय स्नेहा़श्रीजी एवं पुज्यनीय श्रुतप्रज्ञाश्री जी म. सा. ने मंगलमय आशिर्वाद प्रदान कर गुरुमॉं के और से संघाध्यक्ष सुभाषजी ललवाणी को “ संघ शिरोमणी “ पद से अलंक्रुत किया गया! जिसकी घोषणा एवं सन्मानपत्र का वाचन वाणी के जादुगर स्नेहाश्री जी ने की! शासन सुर्या स्नेहाश्री जी ने गुरुमॉं की जीवन कहानी सुनाकर संय्यम यात्रा के अनुभव कथित किये! संघाध्यक्ष सुभाषजी ललवाणीके गुण विशेषोका वर्णन कर गुरु एवं संघ के सेवाकी प्रशंसा की!
गुरुमॉं चंद्रकला श्री जी ने सुभाषजी के संघ समर्पित सेवा, गुरुभगवंतो की सेवा का गौरवपूर्ण वर्णन किया एवं मंगलमय आशिर्वाद प्रदान किये! सुभाषजी ने सन्मान का विनम्रता से स्वीकार कर श्री संघ को समर्पित किया और अपने विश्वस्त मंडलप्रति क्रुतज्ञता व्यकित की! समारोह के प्रमुख अतिंथी थे रेनबो उद्योग समुह के चेअरमन तथा उपाध्याय श्री जी के परिवर्तन चातुर्मास 2025 के कर्णधार श्री सुनीलजी नहार, सपनाजी नहार, क्रष्णा डायग्नोस्टिक के संचालक जितेंन्द्र जी मुथा! अतिथी जैन कॉन्फ़्रेंस के पुर्व राष्ट्रीय युवाध्यंक्ष सागरजी साखला, पंचम झोनके अध्यक्ष नितीनजी बेदमुथा, सादड़ी सदन के खुबिलालजी एवं प्रविण जी सोलंकी, सतिश जी मेहेर, राजेंन्द्रजी बांठिया, राजेंन्द्र जी चोरडीया, पाथर्डी एवं नासिक संघ के पदाधिकारी आदि!
संघाध्यक्ष सुभाषजी ललवाणी ने प्रस्तावना, अतिंथी परिचय, गुरमॉं के प्रति अपनी भावना प्रेषित की! सौ शारदा चोरडीया ने मंच संचलन एवं गुरुमॉं प्रति अपनी भावना रखी! नंदाजी लुकंड, जवाहरजी मुथा, खुबीलालजी सोलंकी, अपर्णा लुंकड, मंजुजी संचेती, सुनंदा जी लोढा आदिने गीत एवं मनोगत के माध्यम से अपनी भावना प्रकट की! शारदा नहार ने गुरमॉं के जन्मोत्सव पर सुंदर स्तवन पेश किया!
इस शानदार समारोह मे मुख्य अतिथीयें के करकमलो द्वारा “ जैन संदेश “ मासिक के विशेषांक का विमोचन किया! जैन विद्याप्रसारक मंडल के छात्रों ने गुरुमॉं के जन्मोत्सव पर दो सुंदर भजन पेश किये! अॅक्टिव ग्रुप की महिला सदस्यो ने सुंदर थीम द्वारा विविध राज्यो के भाषा मे सजोड आगे आकर स्वागत कर समारोह की गरिमा बढाई! गुरुमॉं ने आयोजकों के प्रति एवं श्री संघके प्रति क्रुतज्ञता व्यक्त की!