Sagevaani.com /रायकोट(भल्ला) एस एस जैन सभा रायकोट के प्रमुख मार्ग दर्शक धर्मवीर जैन ने कहा कि आत्मा की शुद्धि का पर्व है पर्युषण। सम्पूर्ण जैन जगत मे यह आठ दिन का पर्व विशेष महत्व रखता है।यह पर्व हमे प्रेरणा देता है कि अपनी आत्मा मे रह रहे विकारो को दुर कर आत्म शुद्धि करे। उन्होंने कहा कि जगह-जगह साधु साध्वीया की कृपा से इन दिनो धर्म की प्रभावण विशेष रूप से होती है। यह पर्व हमे संदेशा देता है कि हम सोचे हम कहा से आए है,और हमारा क्या लक्ष्य है। हम स्वय अपने बारे मे सोचे।
हर व्यक्ति जितना दुसरो के बारे मे जानने की कोशिश करता है अपने बारे मे नही जो अपने भीतर झाँककर अपने अवगुण दुर करेगा तभी महान बन सकता है, तो आये हम भी अपने बारे मे चिंतन करे। धर्मवीर जैन ने कहा कि जप तप द्वारा इन पर्व का लाभ ले। उन बुराईयो को छोडे जिनसे हमारी आत्मा का अहित होता है। इससे ही मैत्री भाव बनेगा पर्युषण की मधुर बेला मे मैत्री का विस्तार करे। अपना और पराया क्या है, सबसे हम हंस हंस प्यार करे।