राजस्थानी एसोसिएशन तमिलनाडु (रजत) की ओर से राजस्थानी बाजार की शुरुआत 28 व 29 अक्टूबर को किलपाक स्थित सेंट जार्ज स्कूल के विंग्स कन्वेशन सेंटर में की गई। मुख्य अतिथि तमिल सिनेमा की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री कलैमामणी सुकन्या रमेश एवं विशिष्ट अतिथि नीलिम रानी एवं रेफेक्स इंडस्ट्रीज के डाइरेक्टर जगदीश बूरड़ ने फीता काट कर बजार का शुभारंभ किया। अध्यक्ष मोहनलाल बजाज ने सभी का स्वागत किया। राजस्थानी बाजार में राजस्थानी संस्कृति की झलक देखने को मिली। शनिवार को शाम होते होते बड़ी संख्या में खरीदार उमड़ पड़े। इस दिन मिडनाइट तक शापिंग हुई।
रविवार तक चलने वाले इस बाजार का विशेष आकर्षण राजस्थानी कल्चरल शो रहा। बाजार में एयरकंडीशन्ड हाल में ज्वेलरी के लिए बनाया गया। विजिटर फैशन, डेकर, एक्सक्लूसिव पैवेलियन बनाया गया। राजस्थानी बाजार में एक सौ पचास से अधिक स्टाल थे। राजस्थानी प्रदर्शनी में रविवार को बड़ी संख्या में आगंतुकों पधारें। इसमें देशभर से एक्जीबिटरों ने भाग लिया। विजिटर्स के लिए यहां राजस्थानी व्यंजनों के लिए एक्सक्लूसिव फुड कोर्ट, एक्सेसरीज, फुटवियर, फर्निचर, होम्स आदि से जुड़ कर लोगों ने जम कर खरीदारी की।
हर एक घंटे में लक्की ड्रा तथा हर तीन घंटे में बम्पर ड्रा निकाला गया। रजत के अध्यक्ष मोहनलाल बजाज, महासचिव देवराज आच्छा, कोषाध्यक्ष गौतमचंद डागा, चेयरमैन नरेंद्र श्रीश्रीमाल, को चेयरमैन प्रवीण टाटिया, हेमंत दुगड़, दिलीप चंदन, सह सचिव ज्ञानचंद कोठारी व अजय नाहर समेत संस्था के पदाधिकारी व अनेक सदस्य इस मौके पर उपस्थित थे।
यह संस्कृति, एकता और परोपकार का उत्सव है। राजस्थानी बाजार ने भारत की विविध कलात्मक प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया। रजत के इस वार्षिक राजस्थानी बाजार से होने वाली कमाई चैरिटी कार्यों के लिए दी जाएगी। आय को कॉलेज के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने, भोजन और पुस्तक बैंकों का समर्थन करने और होंगे।
राजस्थानी एसोसिएशन तमिलनाडु द्वारा समर्थित विभिन्न अन्य धर्मार्थ कार्यों में योगदान देने के लिए उपयोग किया जाएगा। इससे पहले पारंपरिक राजस्थानी लोक कलाओं का लाइव प्रदर्शन किया गया, जिसका उद्घाटन अभिनेता प्रेम कुमार ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन जयंतीलाल तलेसरा व गिरी बागड़ी ने किया।
राजस्थान एक्सपो के अध्यक्ष नरेंद्र श्रीश्रीमाल ने कहा इस साल का राजस्थानी बाजार एकता और संस्कृति का सच्चा प्रमाण होने का वादा करता है जो हमारे देश की समृद्ध विरासत को उजागर करता है। लोगों की जरूरतों और कल्याण को पूरा करने के लिए राजस्थानी बाजार से होने वाली आय को समर्पित किया जाएगा। प्रदर्शनी रविवार को सुबह 10:30 बजे से रात 9:00 बजे तक रही। सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम 4:30 बजे शुरू हुए जिसका सभी दर्शकों ने खूब आनंद लिया। महासचिव देवराज अच्छा ने राजस्थानी बजार की सफलता के लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापन किया।