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तेरापंथ धर्मस्थल में मासखमण तपोभिनंदन समारोह

तेरापंथ धर्मस्थल में मासखमण तपोभिनंदन समारोह

युगप्रधान आचार्य महाश्रमण के प्रबुद्ध सुशिष्य मुनि डॉ. ज्ञानेन्द्र कुमार जी एवं मुनि रमेश कुमार जी आदि ठाणा-4 के पावन सान्निध्य में गुरुवार को तेरापंथ धर्मस्थल में राजेंद्र डोसी के मासखमण तप (31 दिन) एवं सम्पत देवी नाहटा के इक्कीस (21 दिन) तप के उपलक्ष्य पर तपोभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें अच्छी संख्या में लोग उपस्थित हुए।

मुनि श्री डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी ने उपस्थित जनमेदिनी को फरमाया – तेरापंथ धर्मसंघ में तपस्या का अनूठा इतिहास है। उन्होंने तपस्वी मुनि अनोपचंदजी के जीवन का रोमांचकारी प्रसंग सुनाया। ”करते हैं अभिनंदन तप बारम्बार” गीत का मधुर संगान किया। मुनिश्री ने कहा राजेंद्रजी एवं सम्पत देवी ने मजबूत मनोबल से तप किया है। दोनों तपस्वियों को आध्यात्मिक आशीर्वाद।

 मुनि रमेश कुमार जी ने कहा तप दो अक्षर का छोटा-सा नाम बहुत बड़ा करता है काम। ‘त’ का अर्थ है-‘तत्क्षण और ‘प’ का अर्थ है-पवित्र अर्थात् जो तत्क्षण आत्मा को पवित्र करे, वह तप है। तप से तन, मन और भावों का शोधन होता है। तप का उद्देश्य जीवन जागरण, आत्म शोधन, कर्मक्षय, कर्म निर्जरण होना चाहिए।

तपोभिनंदन समारोह का शुभारंभ मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी ने नमस्कार महामंत्रोच्चारण से किया। मुनि पद्म कुमार जी ने तपोभिनंदन समारोह का कुशलतापूर्वक संचालन किया। साध्वीप्रमुखा विश्रुतविभा जी के संदेश का वाचन निर्मल कोटेचा ने किया। तपस्वी राजेंद्रजी एवं सम्पत देवी को तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बाबूलाल सुराणा, महासभा के उपाध्यक्ष बसंत कुमार सुराणा, तेयुप मंत्री हितेश चोपड़ा, महिला मंडल मंत्री सुचित्रा छाजेड़, टीपीएफ अध्यक्ष सीए पंकज भूरा, अणुव्रत समिति मंत्री रंजू बरड़िया, एटीएमआरएफ से झनकार दुधोड़िया, पूर्वोत्तर भारत स्तरीय श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बजरंग कुमार सुराणा, सुजानगढ़ परिषद के अशोक मालू, रितेश खटेड़, सज्जन राज नाहर, अंकिता संचेती, पायल डोसी, विजयराज डोसी के साथ ही तपस्वी के पारिवारिक जनों ने वक्तव्य एवं गीतिका के माध्यम से तप की अनुमोदना की।

सभा के मंत्री राजकुमार बैद, प्रमोद बैद, रक्षिता नाहटा एवं प्रीति नाहटा ने मधुर गीतिका का संगान किया। इस अवसर पर तेरापंथी सभा, महिला मंडल, तेयुप, टीपीएफ, अणुव्रत समिति, गुवाहाटी की ओर से साहित्य एवं अनुमोदना संदेश प्रदान कर तपस्वियों के तप की अनुमोदना की गई। इस आशय की जानकारी सभा के वरिष्ठ कोषाध्यक्ष छत्तरसिंह भादानी ने यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी।

*संप्रसारक*

*श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा गुवाहाटी- असम*

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