सामूहिक क्षमायाचना
आस्था संचेती के 9 की तपस्या पर तपोभिनंदन
तेरापंथ धर्मस्थल में भव्य रूप से मना क्षमायाचना दिवस
आचार्य महाश्रमण के प्रबुद्ध सुशिष्य मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी, मुनि रमेश कुमार जी , मुनि पद्म कुमार जी एवं मुनि रत्न कुमार जी के पावन सान्निध्य में पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व के अंतिम दिन वृहस्पतिवार को प्रात: 9 बजे से स्थानीय तेरापंथ धर्मस्थल में क्षमायाचना दिवस का भव्यातिभव्य समारोह का आयोजन उल्लासमय वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर अपने प्रेरक उद्बोधन में मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने कहा कि खमतखामणा और अपनी भूलों का प्रतिक्रमण इस पर्व की आत्मा है। ग्रंथि भेद अपेक्षित है। इस पर्व की प्रेरणा यही है कि मन की गांठें खोलें।
मुनि रमेश कुमार ने उपस्थित जनमेदिनी को संबोधित करते हुए कहा कि जैन धर्म में पर्युषण महापर्व को उत्तम पर्व माना गया है, जिसमें तप-त्याग के जरिए कर्मों की निर्जरा कर अपनी आत्मा को निर्मल बनाया जाता है। क्षमा जीवन का कल्पतरु है और शांति का द्वार है। आज हम उनसे क्षमायाचना करें जिनसे मनमुटाव चल रहा। बोलचाल नहीं है । उनसे सरल हृदय से क्षमा मांगना और क्षमा करना हो उत्तम क्षमा धर्म है , धर्म का मर्म है।
मुनि पद्म कुमार एवं मुनि रत्न कुमार ने भी कहा कि यह पर्व हमें क्षमा मांगने और क्षमा करने की सीख देता है। क्षमा मांगना साहस का काम है और क्षमा करना वीरता का काम है। इस अवसर पर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बाबूलाल सुराणा, महासभा के उपाध्यक्ष बसंत कुमार सुराणा, महिला मंडल की अध्यक्ष सुशीला मालू, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष विकास नाहटा, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के निवर्तमान अध्यक्ष संतोष पुगलिया, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष संजय चौरड़िया, आचार्य तुलसी महाश्रमण रिसर्च फाउंडेशन के सहमंत्री निर्मल सामसुखा आदि ने अपने वक्तव्य के माध्यम से गुरुदेव, साध्वीप्रमुखा, मुख्यमुनि, साध्वीवर्या एवं समस्त चारित्रात्माओं के साथ ही तेरापंथ धर्मस्थल में विराजित मुनिवृंद, महासभा के पदाधिकारीगण, सभी संघीय संस्थाओं एवं संपूर्ण समाजबंधुओं से क्षमायाचना की।
आस्था संचेती का तपोभिनंद
इस अवसर पर आस्था संचेती (धर्मपत्नी : सिद्धार्थ संचेती) के नौ (9) की तपस्या की अनुमोदना पारिवारिक सदस्यों के साथ तेरापंथी सभा, गुवाहाटी की ओर से साहित्य एवं अनुमोदना संदेश प्रदान कर की गई। कार्यक्रम का संयोजन सभा के वरिष्ठ सहमंत्री राकेश जैन ने किया।
तेरापंथी सभा के कोषाध्यक्ष छत्तरसिंह भादानी ने बताया कि पर्युषण महापर्व के दौरान मुनिवृंद के प्रवचन की अमृतधारा का पान कर श्रोतागण मंत्रमुग्ध होते रहे। तप-त्याग-धर्म आराधना का सुंदर माहौल बना रहा। सैकड़ों भाई-बहन मुनिवृंद के दर्शन-सेवा का लाभ उठाते रहे। भाई-बहिनों में नया उत्साह व नई उमंग देखने को मिली। सायंकालीन प्रतिक्रमण, अर्हत् वंदना एवं रात्रिकालीन कार्यक्रम चलता रहा। भाई-बहिनों की उपस्थिति सराहनीय होती थीं। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बाबूलाल सुराणा एवं मंत्री राजकुमार बैद ने महापर्व के दौरान श्रावक-श्राविकाओं की अपार उपस्थिति पर सभी का आभार व्यक्त किया है।
*संप्रसारक*
*श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा गुवाहाटी असम*





