ज्ञानशाला दिवस का आयोजन
आचार्य महाश्रमण के विद्वान सुशिष्य मुनिश्री डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी , मुनि रमेश कुमार जी , मुनि पद्म कुमार जी एवं मुनि रत्न कुमार जी के सान्निध्य एवं श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, गुवाहाटी के तत्वावधान में रविवार को स्थानीय तेरापंथ धर्मस्थल में ज्ञानशाला दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर ज्ञानशाला संयोजक रोहित सुराणा एवं मुख्य प्रशिक्षिका ममता पुगलिया के नेतृत्व में सभी ज्ञानार्थी एवं प्रशिक्षिकाएं एक जुलूस के रूप में साधना मंदिर के पास से तेरापंथ धर्मस्थल पहुंचे।
इस अवसर पर मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी ने कहा कि ज्ञानशाला हमारे जीवन निर्माण की शाला है। जीवन में संस्कारों का जागरण अपेक्षित है। संस्कारी बच्चे समाज की नींव को मजबूत बनाते हैं। गुरुदेव तुलसी ने भावीपीढ़ी को सशक्त बनाने के लिए ज्ञानशाला का उपक्रम समाज के सामने रखा। अभिभावक अधिकाधिक संख्या में बच्चों को नियमित रूप से ज्ञानशाला भेजें। सभा अपना दायित्व निभा रही है। ज्ञानशाला के प्रशिक्षिकगण साधुवाद के पात्र हैं।
इस अवसर पर मुनि रमेश कुमार जी ने कहा -संस्कारों से संस्कृति महान बनती है । आज संस्कारों का जो ह्रास हो रहा है उसके पीछे संस्कारों की कमी दृष्टि गोचर हो रही है । ज्ञानशाला संस्कार निर्माण की अनूठी पाठशाला है । तेरापंथ धर्म संघ द्वारा संचालित संस्कारो के निर्माण की दिशा में अच्छा कार्य कर रही है । ज्ञानशाला का उद्देश्य है बालकों में धार्मिक ज्ञान और संस्कार देना । जैन जीवन शैली से समाज के बालकों को शिक्षण प्रशिक्षण दिया जाता है ।
तेरापंथ धर्मस्थल के ज्ञानार्थियों ने अर्हम्-अर्हम् की वंदना प्रस्तु की। तत्पश्चात तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बाबूलाल सुराणा ने ज्ञानशाला को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। ज्ञानशाला के आंचलिक सह-संयोजक विकास झाबक ने ज्ञानशाला को संबोधित किया। जीएस रोड के ज्ञानार्थियों द्वारा लघु नाटिका का मंचन किया गया। मुख्य प्रशिक्षिका ममता पुगलिया ने ज्ञानशाला के प्रति अपने विचार प्रस्तुत किए। सभी प्रशिक्षिकाओं ने मधुर गीतिका का संगान किया। सह-ज्ञानशाला के दो ज्ञानार्थियों ने अपने विचार व्यक्त किए। रिहाबाड़ी एवं नारायण नगर के ज्ञानार्थियों ने भव्य प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं का पूर्ण योगदान रहा। ज्ञानार्थियों को तेरापंथी सभा द्वारा प्रोत्साहन स्वरूप पारितोषिक दिया गया। धन्यवाद ज्ञापन सह-संयोजिका राखी बैंगानी द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन कविता बांठिया और विजयलक्ष्मी पुगलिया ने किया। इस आशय की जानकारी सह-संयोजक रवि कुंडलिया द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई।
*संप्रसारक*
*श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा गुवाहाटी असम*