रत्न स्वर्ण महोत्सव के तहत श्री जैन रत्न युवक परिषद् तमिलनाडु द्वारा 24 अगस्त रविवार को चेन्नई महसनागर में 12 व्रती श्रावक-श्राविका महाअभियान
रत्न स्वर्ण महोत्सव के अन्तर्गत आचार्य प्रवर 1008 श्री हीराचन्द्रजी म. सा,भावी आचार्य प्रवर श्री महेंद्रमुनिजी म.सा की विशेष प्रेरणा से श्रावक- श्राविकाओं को 12 व्रतों या उनमें से कुछ व्रतों को ग्रहण करने एवं करवाने हेतु अखिल भारतीय श्री जैन रत्न युवक परिषद द्वारा एक विशेष अभियान “12 व्रती श्रावक महाअभियान” के रूप में चलाया जा रहा हैं,जिसके तहत पर्वाधिराज पर्युषण की शुभ घड़ियों में दिनांक 24 अगस्त 2025 रविवार को पूरे भारतवर्ष में सभी श्रावक श्राविकाएं एक व्रतधारी जाव 12 व्रत धारी श्रावक- श्राविका बनने हेतु 12 व्रतों को समझ कर ग्रहण करेंगे तथा एक साथ सामूहिक रूप में 24 अगस्त 2025 को अपने-अपने नजदीकी धर्म स्थानक में विराज रहे गुरु भगवंत की साक्षी से 12 व्रत की पुस्तक में दिए गये फोर्म में आपकी पूरी संपूर्ण जानकारी भरकर श्री जैन रत्न युवक परिषद् के स्थानीय पदाधिकारी को जमा करवाएंगे |
श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ तमिलनाडु के निवर्तमान कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने बताया कि सामायिक स्वाध्याय भवन, किलपाक में चातुर्मार्षात विराजित आचार्य भगवन्त 1008 पूज्यश्री हीराचन्द्रजी म.सा ,भावी आचार्य पूज्यश्री महेन्द्रमुनिजी म.सा की आज्ञानुवर्तिनी व्याख्यात्री महासतीजी श्री सुमतिप्रभाजी म.सा ने 12 व्रत धारी श्रावक -श्राविका बनने की प्रेरणा करते हुए फरमाया कि व्रत ग्रहण करने से पहाड़ जितना पाप राई जितना हो जाता है |
किलपाक स्थित सामायिक स्वाध्याय भवन में चातुर्मार्षात विराजित महासतीजी 24 अगस्त 2025 रविवार दोपहर को 12 व्रतों पर विशेष रुप से विस्तृत विवेचन करेंगे व श्रावक-श्राविकाएं 12 व्रतों या कुछ व्रतों के नियम लेंगे |
युवक परिषद् तमिलनाडु के शाखा प्रमुख संदीपजी ओस्तवाल ने आह्वान किया हैं कि अधिक से अधिक श्रावक- श्राविकाएं व युवा सदस्य महासतीजी से प्रेरणा लेते हुए एक व्रतधारी जाव बारह व्रतधारी श्रावक-श्राविकाएं बनें |