Sagevaani.com /लुधियाना: एस. एस. जैन सभा, जनता नगर, लुधियाना क्षेत्र में विराजमान पूज्य गुरुदेव श्री आलोक मुनि जी म. सा. एवं पूज्य गुरुदेव श्री अमन मुनि जी म. सा. वर्षावास 2024 हेतु विराजमान हैं।
संघ के प्रधान श्री सुनील जी जैन ने बताया कि जैन साधु संतो की अपनी उच्च कोटि की उत्कृष्ट साधना होती हैं उसी के अंतर्गत श्री अमन मुनि जी महाराज साहब ने प्रवचन के माध्यम से बताया :
भेद ज्ञान की उत्कृष्ट साधना हैं –
केश लोच
केश लोच की साधना सबसे कठिन होती हैं जिसके अंतर्गत साधु संत अपने बालो को हाथ से उखाड़ फेकते हैं किसी कैंची, उस्तरे, ब्लेड आदि का इस्तेमाल नहीं करते हैं।
ऐसा क्यों ?
भगवान से पूछा गया कि जो लॉच की परंपरा है इसका कोई आध्यात्मिक संबंध है या परंपरा मात्र हैं। भगवान ने फरमाया लोंच का संबंध अध्यात्म से जुड़ा हुआ हैं। शरीर अलग हैं आत्मा अलग है इस भेद ज्ञान की अनुभूति के साथ जो लॉच करवाते है वे महान कर्मो की निर्जरा करते है
मन और शरीर से पार जाने की साधना है केश लोंच।
गुरुदेव के केश लोंच पर श्रद्धाशील सुश्रावक भाई श्री नरेश जी जैन, अगर नगर वालो के परिवार की और से प्रभावना वितरित की गई वही सभा में आए हुए सभी गुरु भक्तो के लिए श्रद्धाशील सुश्रावक भाई श्री राजकुमार जी जैन, शंकर लाल जी जैन, जनता नगर वालो की परिवार की और से गौतम प्रसादी की व्यवस्था की गई। संघ के महामंत्री श्री हरदीप जी जैन ने आए हुए सभी भक्तो का हार्दिक हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। आज की धर्म सभा में सुनील जैन, हरदीप जैन, दीपक जैन, गौतम जैन, प्रमोद जैन,राजकुमार जैन, इंदु जैन, रचना जैन आदि मौजूद रहे।