जैन संस्कार विधि से विवाह संस्कार हुआ सम्पादित
मानव के जीवन में अनेकों मांगलिक प्रसंग आते हैं और वह उसे अपने विशिष्ट तरिके से मनाता है, ताकि वह अवसर उसके जीवन की ख्याति बन जाएं। उन्हीं में से एक हैं – विवाह संस्कार। आज जावला (नागौर) निवासी बंगलूरू प्रवासी श्रीमती प्रेमलतादेवी – श्री अशोककुमारजी कोठारी(बरमेचा) की सुपुत्री सौभाग्यवती सीमा नाहटा का शुभ विवाह रुण (नागौर) निवासी चेन्नई प्रवासी श्रीमती पुष्पादेवी – श्री शान्तिलालजी कटारिया के सुपुत्र चि. अजीत कुमार कटारिया के साथ जैन संस्कार विधि द्वारा सानन्द आयोजित हुआ।
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में समायोजित समारोह में बसंत पंचमी को प्रातः शुभ वेला में परिजनों की साक्षी में अभातेयुप ह्रीं संस्कारक, उपासक श्री स्वरूप चन्द दाँती, चेन्नई/बालोतरा के साथ नमस्कार महामंत्र के सामूहिक स्मरण के साथ विवाह संस्कार विधि प्रारम्भ हुई।
अभातेयुप ह्रीं संस्कारक श्री हनुमान सुखलेचा ने जैन संस्कार विधि की सामान्य जानकारी के साथ मंगल भावना पत्रक के बारे में बताया। नवदम्पति और परिजनों ने उत्तराधिमुख मंगल भावना पत्रक की स्थापना की। अभातेयुप धीं संस्कारक पुखराज पारख और सहयोगी श्री किस्तुर मुथा ने सभी के तिलक लगाया और मौली बांधी। अजीतकुमार के पिता ने अपने पुत्र के साथ सीमा की शादी करवाने के लिए प्रस्ताव रखा, जिसे सीमा के पापा ने अपने परिजनों की साक्षी के साथ स्वीकृति दी। नवदम्पति ने भी एक दूसरे को पति पत्नि के रुप में स्वीकरण के बाद वरमाला पहनाई।
मंगलमय मंत्रों के समुच्चारण के बाद परिजनों के द्वारा गथजोड़, हथलेवा मिलन की रश्म की गई। सप्तपदी के संकल्पों के स्वीकरण के साथ नवदम्पती ने फैरे लिये। अजीत कुमार द्वारा सीमा की मांग में सिन्दूर भरा और मंगल सुत्र पहनाया।
इस अवसर पर अभातेयुप समिति सदस्य, तेयुप चेन्नई उपाध्यक्ष श्री मुकेश नवलखा ने अभातेयुप एवं तेयुप चेन्नई की ओर से नवयुगल दम्पती को शुभाषीस प्रदान किया और आभार ज्ञापन किया। परिजनों ने आशीर्वाद के साथ अपने परिवार के संस्कारों को शतगुणित करने की प्रेरणा दी।
उपस्थित लोगों ने जैन संस्कार विधि से समायोजित विवाह संस्कार की प्रशंसा की। संस्कारकों द्वारा सुन्दर ढंग से प्रस्तुतिकरण के लिए उन्हें साधुवाद दिया। अंत में परिजनों को अभातेयुप वैवाहिक प्रमाणपत्र, मंगलभावना पत्रक प्रदान किया। संस्कारक श्री स्वरूप चन्द दाँती ने मंगल आशीर्वाद के साथ वृहद मंगल पाठ सुनाकर इस संस्कार विधि का समापन हुआ।
स्वरूप चन्द दाँती
अभातेयुप संस्कारक
चेन्नई, बालोतरा