साहूकारपेट के बेसिन वाटर स्ट्रीट में स्थित स्वाध्याय भवन में पौष कृष्ण दशमी 14 दिसम्बर 2025 रविवार को आचार्य भगवन्त पूज्यश्री हीराचन्द्रजी म.सा भावी आचार्य पूज्यश्री महेन्द्रमुनिजी म.सा के आज्ञानुवर्तिनी व्याख्यात्री महासतीजी श्री सुमतिप्रभाजी म.सा. की सुशिष्या साध्वी श्री अंजनाजी म.सा श्री सुभद्राजी म.सा श्री सिन्धुप्रभाजी म.सा श्री तितिक्षाजी म.सा ठाणा 4 के सानिध्य में प्रभु पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक जप तप त्याग पूर्वक मनाया गया |
महासतीजी श्री अंजनाजी म.सा व श्री तितिक्षाजी म.सा ने प्रभु पार्श्वनाथ की स्तुति की |
श्री तितिक्षाजी म.सा ने प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव से चोवीसवें तीर्थंकर महावीरस्वामीजी के विभिन्न मनुष्य,तिर्यंच,नरक व देवगति के भवों पर विस्तृत विश्लेषण करते हुए प्रभु पार्श्वनाथ के प्रमुख दस भवों का विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए फरमाया कि प्रभु पार्श्वनाथ के जीव ने मुख्य दस भवों में एक भव तिर्यंच गति,चार भव देव गति व पांच भव मनुष्य गति के किये | श्री अंजनाजी म. सा ने पार्श्वनाथ के जन्म, पार्श्व नामकरण के पीछे रहे मुख्य कारण व वैराग्यमय साधनामय जीवन चरित्र का विस्तृत वर्णन करते हुए उनके जीवन से तीन शिक्षाएं ग्रहण करने की प्रेरणा की प्रथम शिक्षा तपस्या एक मात्र निर्जरा के लक्ष्य से करें, दूसरी शिक्षा दोष किसी को न देवें व ओर ना ही द्वेष किसी से करें एवं तीसरी शिक्षा के रुप में फरमाया कि हर परिस्थिति में अपने समता भावों को बढ़ाएं |
स्वाध्याय भवन साहूकारपेट में सेवक आर नरेन्द्र कांकरिया ने प्रवचन सभा का संचालन करते हुए तीर्थंकर चरित्र व प्रभु पार्श्वनाथ के जीवन चरित्र पर आधारित प्रश्नोत्तरी आयोजित की व कहा कि महासतीजी श्री अंजनाजी म.सा आदि ठाणा 4 के प्रवचन स्वाध्याय भवन साहूकारपेट में नियमित रुप से सुबह 9.15 बजे से होंगे |
वरिष्ठ स्वाध्यायी श्री जवाहरलालजी कर्णावट ने गुरु भगवन्तों की सुखसाता पाठ से पृच्छा की |
प्रवचन सभा में शांतिलालजी लुंकड़,इंदरचंदजी कर्णावट, सागरमलजी चोरडिया,महावीरजी बागमार,एन सुनीलजी कर्णावट, सुनीलजी सांखला, नवरतनमलजी नाहर,महावीरचन्दजी सुराणा, रूपराजजी सेठिया,गौतमचन्द जी बागमार,उच्छबराजजी गांग, मनीषजी कोठारी,रिखबचन्दजी खटोड़,विमलचंदजी सुराणा, धर्मेशजी लोढा,के. प्रकाशचंदजी ओस्तवाल,गौतमजी बागमार, संदीपजी ओस्तवाल,ज्ञानचन्द जी कोठारी,लीलमचन्दजी बागमार, अम्बालालजी कर्णावट,इंदरचंदजी मुणोत पीयूषजी ओस्तवाल नवीनजी सुराणा मनिषजी सुराणा नरेन्द्रजी कोठारी शिखरजी छाजेड़ तनमयजी सुराणा, अंकितजी कोठारी,गौतमजी बोथरा, विनोदजी बोथरा, महावीर चन्दजी छाजेड़ राजेन्द्रजी कोठारी, गणपतजी बाफना, नवरतनमलजी चोरडिया,श्रीमती पुष्पादेवीजी बागमार,बसन्ती देवीजी कर्णावट उर्मिलादेवीजी कांकरिया लीलादेवीजी ओस्तवाल सहित चेन्नई महानगर के विभिन्न क्षेत्रों से श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति प्रमोदजन्य रही | महासतीजी श्री अंजनाजी म.सा ने प्रत्याख्यान करवाए व मंगल पाठ फरमाया |
प्रेषक : आर नरेन्द्र कांकरिया स्वाध्याय भवन सेवक 24/25- बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट साहूकारपेट चेन्नई।