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समता, सहिष्णुता को चरम शिखर तक पहुँचायें- वह सामायिक : साध्वी डॉ गवेषणाश्री

समता, सहिष्णुता को चरम शिखर तक पहुँचायें- वह सामायिक : साध्वी डॉ गवेषणाश्री

Sagevaani.com /माधावरम्: युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री डॉ गवेषणाश्रीजी के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में तेयुप चेन्नई द्वारा ‘अभिनव सामायिक’ कार्यक्रम आचार्य महाश्रमण तेरापंथ जैन पब्लिक स्कूल, माधावरम्, चेन्नई में आयोजन हुआ।

 डॉ साध्वी गवेषणाश्रीजी ने कहा कि समता एक मौलिक तथ्य है, इसका प्रतिपक्षी है ममता। समता और ममता दो शब्दों से सारा संसार बंधा हुआ है। सारी समस्याएं और समाधान इसके साथ जुडे हुए है। जिसमें समता का विकास हो, सहिष्णुता चरम शिखर तक पहुंचे, वहीं सामायिक है। सामायिक प्रदर्शन नहीं आत्मदर्शन है, अभिव्यक्ति नहीं अनुभूति है।

 सामायिक का महत्व बताते हुए डॉ साध्वी गवेषणाश्रीजी ने कहा कि भगवान महावीर समता के साधक थे।

उन्होंने सिर्फ सिद्धांत दिये ही नहीं, अपितु उसको अपने जीवन में भी अपनायें। अनेकों संघर्ष और ताप आये, किन्तु उन सभी स्थितियों में भगवान महावीर सम रहे।

साध्वी मयंकप्रभाजी ने कहा कि संसार दृन्दात्मक है। समता स्वाभाविक है, ममता वैभाविक। हमें विभाव से स्वभाव

में प्रवेश करना है। आचार्य श्री तुलसी द्वारा प्रदत्त ‘अभिनव सामायिक’ का क्रम स्वभाव में प्रवेश करने का बहुत बड़ा माध्यम है। साध्वी दक्षप्रभाजी ने चौबीसी की गीतिका का संगान करते हुए भावविभोर कर दिया। साध्वी मेरुप्रभाजी ने कुशलतापूर्वक कार्यक्रम का संचालन किया।

 

 कार्यक्रम की शुरुआत तेरापंथ युवक परिषद्, चेन्नई के सदस्यों के मंगलाचरण से हुई। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् अध्यक्ष रमेश डागा ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि आज पूरे देश में प्रायः तेरापंथ युवक परिषद् के तत्वावधान में यह ‘अभिनव सामायिक’ का प्रयोग कराया जा रहा है।

अष्टदिवसीय साधक साधना शिविर में साध्वीश्री द्वारा विपाकसूत्र का वाचन किया गया। श्रीमती अनिता चोपड़ा एवं श्रीमती बबिता चोपडा के द्वारा ‘छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी’ पर सफल प्रशिक्षण दिया गया। श्रीमती विजयलक्ष्मी सियाल ने एक्यूप्रेशर व स्वास्थ्य की जानकारी दी। श्री राकेश खटेड ने अर्हत वंदना का विश्लेषण किया। श्री माणकचंद रांका एवं श्री मनीष मुथा ने योगासन, कायोत्सर्ग आदि विविध प्रयोग करवाये एवं श्री अशोक लुणावत ने सुमधुर गीतिका प्रस्तुत की। लगभग 500 लोगों ने सामायिक आनन्द का अनुभव किया। इस अवसर पर माधावरम् ट्रस्ट प्रबंधन्यासी श्री घीसूलालजी बोहरा और उनकी टीम के साथ तेयुप चेन्नई की ओर से अध्यक्ष श्री संदीप मुथा, उपाध्यक्ष श्री कोमल डागा, सह-मंत्री प्रथम श्री नवीन बोहरा, सह-मंत्री द्वितीय श्री ललित सुराणा एवं कार्यसमिति सदस्य उपस्थित थे।

 समाचार सम्प्रेषक : स्वरूप चन्द दाँती

          प्रचार प्रसार मंत्री

श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ माधावरम् ट्रस्ट, चेन्नई

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