हमारे भाईन्दर में विराजीत उपप्रवृत्तिनि संथारा प्रेरिका सत्य साधना ज गुरुणी मैया आदि ठाणा 7 साता पूर्वक विराजमान हैl वह रोज हमें प्रवचन के माध्यम से नित नयी वाणीnसुनाते हैं, वह इस प्रकार हैंl
बंधुओं जैसे कि सिस्ट भाषा में छपी है हर आशाl जैसे की हाथ की खूबसूरती किसमे हैं महिलाओं के हाथ की खूबसूरती के लिए सोने की चूड़ियां पहनती है और पुरुष सोने का ब्रेसलेट पहनते हैंl हाथ की खूबसूरती सोने की कंगन और सोने के ब्रेसलेट से होती हैं, गले की खूबसूरती हीरे के हार और सोने की चैन से होती है पर इंसान की खूबसूरती इंसान की मिट्टी और माधुरी जुबान से होती हैंl इंसान की जिंदगी में तीन तरह के अमृत होने चाहिए हाथ में रखिए दान का अमृत दिल में रखिए दया का अमृत और जुबान पर रखिए मिठास का अमृतl
यह तीन अमृत इंसान के पास होना चाहिए जिसके पास यह तीन अमृत है सच सचमुच वह अमृत पीकर हमारे प्रश्न है मीठा बोलो अच्छा बोलो पर कैसे बोल क्यों मीठा बोले इसलिए मीठा बोलो क्योंकि पहले नियमावली यह सीख ली जानी चाहिए की कुदरत कुछ नहीं करती ईश्वर नियति का या भाग्य कुछ नहीं करतेl वे तो केवल एक ही काम करते हैं जैसे तुम बीज होते हैं ऐसा फल तुम्हें लौट के मिलता हैl ईश्वर अन्य कुछ नहीं करते हुए केवल एक काम करते हैं जैसे बीज आप बोहोंगे उसके वैसे ही प्रतिफल में लौटा देंगेl जैसा आप चाहे ऐसा आप अपना उपयोग कर सकते हैं अच्छे बीज बोगे अच्छी फसल पाओगेl
गाली के बदले गाली लोट कर आएगी अगर आप दोगे तो और गीत के बदले अगर आप गीत जाएंगे तो गीत लौट कर आएगा किसी को भी अपन सामान देंगे तो सामान लौट कर आएगाl पहला कदम अगर अपमान का रख दिया तो पहला कदम ही गलत पड़ जाएगाl अपनी ओर से दूसरों का सम्मान देना दूसरों की ओर से अपने लिए समान पाने का रास्ता खोलना हैl जैसा बोलोगे वैसा ही लौट कर आएगा आप बोलोगे मम्मी जी लौट कर आएगाl बहु रानी जी आप बोलेंगे मम्मी जी वह बोलेगी बहू आप बोलेंगे यह मेरी सास नहीं मन है तो सास भी ऐसा कुछ बोलेगी यह मेरी बहू नहीं बेटी हैl जैसा बोलोगे वापस वैसी प्रक्रिया लौट के आएगी यह बोलने के तरीके सबके अपने-अपने होते हैंl इसीलिए हो सके तो सबसे मीठा बोले और दान पुण्य करने की महिमा गुरु मैया ने आज अच्छे से बताइए यही जीवन जीने की कला हैl
जय जिनेंद्र, जय महावीर, भाईंदर, कांता सिसोदिया💕💕💕💕💕