स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में भावी आचार्य पूज्यश्री महेन्द्रमुनिजी म.सा का 70 वां जन्म दिवस स्वाध्याय दिवस के रुप में मनाया गया |
श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के तत्वावधान में महान अध्ययवसायी भावी आचार्यश्री महेन्द्रमुनिजी म.सा का 70 वां जन्म दिवस स्वाध्याय दिवस के रुप मे स्वाध्याय भवन में मनाया गया | वरिष्ठ स्वाध्यायी वीरेन्द्रजी कांकरिया ने समकित का संग मुक्ति का रंग का विस्तृत विवेचन किया |
स्वाध्यायी गौतमचंदजी मुणोत,दीपकजी श्रीश्रीमाल व योगेशजी श्रीश्रीमाल ने सामूहिक रुप से गुरु महेन्द्र चालीसा के पाठ से स्तुति की | श्रावक संघ, तमिलनाडु के कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने गुरु महेन्द्र सवैया से स्तुति करते हुए भावी आचार्यश्री के जन्म से संयम अंगीकार करने व संयममय जीवन गुरु सन्निधि का चित्रण व अनेक संस्मरणों को धर्मसभा में रखा |
उन्होंने,उत्तराध्ययन सूत्र के पहले विनय श्रुत अध्ययन में वर्णित सात प्रकार के विनय में उपचार विनय के सात विभागों का उल्लेख करते हुए भावी आचार्यश्री के जीवन में उपचार विनय का उदघटित होना बताया | उपचार विनय में बताये गए गुरुजनों के प्रति नम्रता, शुश्रुषा, अनुशासन एवं शिष्टाचार से परिपूर्ण जीवन भावी आचार्यश्री का हैं | गुणगाण करते हुए निर्लिप्तता के श्रेष्ठ उदाहरण रुप मे बताया कि भावी आचार्यश्री ने किसी को अपने से नहीं जोड़ा, सभी को प्रेरणा करते हुए देव धर्म व गुरु के प्रति समर्पित किया |
भावी आचार्य पूज्यश्री महेन्द्रमुनिजीम.सा, गुरुदेव पूज्य आचार्य श्री हीराचंद्रजी म.सा के समीप धूप-छाव की तरह रहने व गुरु के दिल मे वास करने वाले तपस्वी रत्न हैं | भावी आचार्यश्री का जीवन स्वाध्याय, तप व सेवा का मिश्रण रुप हैं | गौतमचंदजी मुणोत ने प्रत्याख्यान व नियम कराये, योगेशजी श्रीश्रीमाल ने दैनिक जैन संकल्प करवाया| आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने मांगलिक सुनाई | तीर्थंकरों,आचार्य भगवन्तों, भावी आचार्यश्री, उपाध्यायश्री, साध्वी प्रमुखा समस्त चरित्र आत्माओं की जयजयकार के संग स्वाध्याय दिवस सुसंपन्न हुआ |
# प्रेषक : श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु 24/25-बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट,साहूकारपेट, चेन्नई.