आज तिथि माघ शुक्ल – 7 – सप्तमी – सातम शनिवार 28 जनवरी 2023 को रत्नवंश के चतुर्थ आचार्य परम प्रतापी पूज्यश्री कजोडीमलजी जी म.सा के 192 वें दीक्षा दिवस को श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ- तमिलनाडु के तत्वावधान में जप-तप – त्याग पूर्वक चेन्नई के स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट में सामूहिक सामायिक – स्वाध्याय के संग गुणगाण पूर्वक मनाया गया | तीर्थंकरों गुरु भगवन्तों की स्तुति व प्राथना के पश्चात धार्मिक अध्यापक श्री विनोदजी जैन ने आचार्य पूज्यश्री हस्तीमलजी म.सा की अनमोल कृति जैन धर्म का मौलिक इतिहास के अंतर्गत श्रुतधर खण्ड का वांचन किया |
वरिष्ठ स्वाध्यायी श्री गौतमचंदजी मुणोत ने आचार्यश्री कजोडीमलजी म.सा के जन्म-बाल्यकाल-दृढ़ वैराग्य -गुरु सन्निधि पर प्रकाश करते हुए आपकी दीक्षा मौलिक विशेषताओं का विस्तृत रूप सेउल्लेख किया |
श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ- तमिलनाडु के कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने आचार्यश्री की भागवती दीक्षा व दीक्षा प्रसंग पर उपस्थित चरित्र आत्माओं के नाम का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके गुरुदेव रत्नवंश के तृतीय आचार्य पूज्यश्री हमीरमलजी म.सा के देवलोकगमन होने के पश्चात चतुर्विघ संघ ने आपकी संघ संचालन, संरक्षण शक्ति, आगम ज्ञान, शारीरिक संपदा, प्रतिभा व योग्यता को देखकर एक मत से आपको आचार्य पद पर आसीन करने का निर्णय लिया | अजमेर में जब आपको आचार्य पद की चादर ओढ़ाई गयी उस समय 24 चरित्र आत्माओं की उपस्थिति रहीं | आपके आचार्य काल मे दीक्षित हुए मुख्य संतो के नामों का उल्लेख किया | आपकी संयम यात्रा अर्ध शताब्दी से अधिक रही |
आपका विचरण दिल्ली, कोटा आदि क्षेत्रों में हुआ और आपके चातुर्मास बीकानेर-जोधपुर व जयपुर के मध्य क्षेत्रों में हुए | आपके सर्वाधिक तेरह चातुर्मास नागौर, गयारह चातुर्मास अजमेर, दस चातुर्मास जोधपुर में जयपुर में छह पाली में पांच जन्म स्थली किशनगढ़ में दो चातुर्मास व बीकानेर व रियां में एक-एक
चातुर्मास हुए | संवत 1933 में आप चातुर्मार्षात अजमेर पधारें,चातुर्मास पश्चात स्वास्थ्य में प्रतिकूलता के कारण विहार की स्थिति ना होने के कारण,स्वास्थ्य में समाधि की दृष्टि से अजमेर में विराजें | संवत1936 में वैशाख शुक्ल तृतीया [ अक्षय तृतीया ] को अजमेर में आपका संलेखना संथारा सहित समाधि पूर्वक स्वर्गगमन हुआ |
धर्म सभा में स्वाध्यायी श्रीमती पुष्पलताजी गादिया,श्री रुपराजजी सेठिया,श्री इन्दरचंदजी कर्णावट श्रावक संघ,तमिलनाडु के उपाध्यक्ष श्री अम्बालालजी कर्णावट की सामायिक परिवेश में उपस्थिति रहीं |
श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ – तमिलनाडु ” स्वाध्याय भवन ” 24 / 25 बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट साहूकारपेट, चेन्नई 600 079