तेयुप द्वारा गुड नाइफ, गुड लक कार्यशाला का आयोजन
तेरापंथ युवक परिषद्, चेन्नई के तत्वाधान में गुड लाइफ गुड लक कार्यशाला का आयोजन मुनि श्री अर्हत् कुमारजी ठाणा 3 के सान्निध्य में ट्रिप्लीकेन तेरापंथ भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम से पूर्व 7 से 8 शनिवार सामायिक का आयोजन किया गया।
मुनि श्री अर्हतकुमारजी ने फरमाया की तकदीर तो उनकी भी होती है, जिनके हाथ नहीं होते। तकदीर के भरोसे केवल ना बैठा जाए। पुरुषार्थ करें तो उसका पॉजिटिव रिजल्ट भी आएगा।
मुनिश्री ने आगे कहा कि पुरुषार्थ सफलता का टॉनिक है। हमें ज्योतिषी एवं हस्तरेखाओं पर विश्वास नहीं करना चाहिए। जो व्यक्ति तकदीर के भरोसे बैठता है, वह जीवन में कभी प्रगति नहीं कर पाता। सबसे पहले व्यक्ति को लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए, फिर उस दिशा में आगे बढ़ने का प्रयत्न करना चाहिए। पॉजिटिव थिंकिंग से नेगेटिव ऊर्जा को हटाना चाहिए।
जो व्यक्ति झुकना जानता है, वह व्यक्ति सदैव सफलता को छूता है। कभी भी पहाड़ों से ठोकर नहीं लगती, ठोकर लगती है तो पत्थर से ही लगती है। यदि कोई भी छोटी बात पर गलती हो जाती है तो उसे सुधार कर लेना चाहिए। मनुष्य को भाग्य के भरोसे नहीं रह कर कर्म को प्रधानता देनी चाहिए। कर्म प्रधान व्यक्ति जीवन में हमेशा सफलता और अभिनव ऊंचाइयों को प्राप्त करता है। सफलता के शिखर पर पुरुषार्थ का परचम लहरा कर एक नया कीर्तिमान स्थापित करता है और जो व्यक्ति भाग्य भरोसे सब कुछ छोड़ देता है, वह अपने कार्य को कभी भी पूरा नहीं कर पाता। हमें पुरुषार्थवादी बनकर अपने भाग्य का स्वयं नवनिर्माण करना चाहिए।
मुनि श्री भरतकुमारजी ने कहा जप आदि के द्वारा ग्रहों की स्थिति को अनुकूल बनाया जा सकता है। मुनि श्री जयदीपकुमारजी ने अपने जोशीले वक्तव्य से युवाओं में नई ऊर्जा का संचार किया।
तेयुप अध्यक्ष श्री मुकेश नवलखा ने आए हुए सभी महानुभावो का स्वागत अभिनंदन किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन तेयुप मंत्री संतोष सेठिया ने किया। उन्होंने कहा उन्हें मुनिश्री आपने इतने अल्प प्रवास के दौरान भी आपके सानिध्य में तेयुप चेन्नई को दो कार्यक्रम करने का अवसर प्रदान किया, इसके लिए तेयुप चेन्नई आपके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करती है। आभार ज्ञापन सहमंत्री संदीप मुथा ने किया।
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई