आगमज्ञाता परम पूज्य श्री सुयोगऋषीजी म सा ने बताया जीवन जिने की कला का मर्म आराधना हो ऐसी ना जन्म हो दुबारा शासन मिला प्रभु का सौभाग्य है हमारा के धुन में लिन हुए श्रध्दालु
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आगमज्ञाता परम पूज्य श्री सुयोगऋषीजी म सा ने बताया जीवन जिने की कला का मर्म आराधना हो ऐसी ना जन्म हो दुबारा शासन मिला प्रभु का सौभाग्य है हमारा के धुन में लिन हुए श्रध्दालु