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दुर्ग में पद्मावती तप का समापन हुआ

दुर्ग में पद्मावती तप का समापन हुआ

दुर्ग / जय आनंद मधुकर रतन भवन में 23 जुलाई से प्रारंभ हुए माता पद्मावती तप का आज समापन हुआ। लगातार 16 सप्ताह तक चले इस तपस्या में 80 भाई बहनों ने हिस्सा लिया। प्रत्येक शुक्रवार को इस तप को किया जाता है। संत गौरव मुनि के मार्गदर्शन में आयोजित तप एवं जप अनुष्ठान में लोगों ने हर्ष और उल्लास के वातावरण में इस तपस्या में भाग लिया और एकासना व्रत किया। प्रत्येक शुक्रवार को श्रमण संघ परिवार दुर्ग की ओर से तपस्वीओ के एकासना की व्यवस्था जय आनंद मधुकर रतन भवन में रहती थी।

माता पद्मावती एकासना करने वाले तपस्वीओं का अभिनंदन


आज जय आनंद मधुकर रतन भवन के प्रांगण में श्रमण संघ महिला मंडल के संयोजन में अभिनंदन का कार्यक्रम आयोजित था। बड़ी संख्या में श्रमण संघ परिवार के सदस्य उपस्थित थे। श्रमण संघ महिला मंडल की सदस्यों ने भक्ति गीत गाकर तपस्वीओं का अभिनंदन किया। श्रीमती रश्मि बेगानी सरिता श्री श्री माल रोमा पारख नेहा संचेती युक्ति बोहरा रचना श्री श्री माल भारतीय श्री श्री माल ने भक्ति गीत भक्ति गीतों से समा बांधा कार्यक्रम का संचालन श्रीमती राखी गिड़िया ने किया।



तपस्वीयों को मेहंदी लगाने की बोली

तपस्वीओ के अभिनंदन समारोह में माता पद्मावती की तपस्या करने वाले तपस्वीओ के मेहंदी लगाने की बोली लगाई गई जिसे कविता हर्ष पारख ने इस बोली का लाभ लिया।

मां पद्मावती विराजमान रही

तपस्या के अभिनंदन कार्यक्रम के दौरान मां पद्मावती के रूप में छोटी सी बालिका कुमारी मान्या चौरड़िया मां पद्मावती के रूप में विराजमान थी तपस्या करने वाले तपस्वी ओने बारी – बारी से आशीर्वाद प्राप्त किया।



कल जिन शासन की अदालत कार्यक्रम

13 नवंबर को प्रातः 9:00 बजे से जिन शासन की अदालत कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें जैन संत गौरव मुनि एवं श्रमण संघ के पदाधिकारी निर्मल बाफना टीकम छाजेड़ को जिन शासन की अदालत में कटघरे में खड़ा किया जाएगा। जो जनता के सवालों का जवाब धर्म सभा में देंगे। जैन समाज के सदस्यों ने अपने प्रश्न श्रमण संघ द्वारा रखे गए बक्से में डाले हैं उन्हीं प्रश्नों का सवाल जवाब अंचल के वरिष्ठ अधिवक्ता तारेंद्रजैन, अमर जैन एवं कृति संचेती जनता के प्रश्नों को पूछेंगे।
जिन शासन की अदालत में जज के रूप में शहर के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री भंवर लाल पारख अपना फैसला सुनाएंगे।

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