पर्युषण पर्व में ध्यान दिवस बना तप दिवस
तेरापंथ धर्मस्थल में तपस्या का मेला
30 तपस्वी भाई बहनों का एक साथ तपोभिनंदन
पूर्वोत्तर भारत के गुवाहाटी में तपस्या का नया कीर्तिमान बना
संवत्सरी महापर्व कल
इस चातुर्मास में तपस्या का नया कीर्तिमान बन गया। गुवाहाटी में आज 30 तपस्वी भाई-बहिनों का एक साथ तपोभिनंदन का मेला लगा। इस अद्भुत मेले में 14 तपस्वी भाई एवं 16 तपस्विनी बहिनों का मुनिश्री डाॅ ज्ञानेंद्र कुमार जी मुनि श्री रमेश कुमार जी आदि ठाणा-4 के पावन सान्निध्य में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा की ओर से अभिनंदन किया गया। पूर्वोत्तर भारत में एक साथ ऐसा तप अभिनंदन कभी नहीं हुआ।
पर्युषण महापर्व के ध्यान दिवस एक तरह से तप दिवस के रुप में परिवर्तन हो गया।
तेरापंथ समाज की सभी संघीय संस्थाओं के सहयोग से मंगलवार को प्रात: 9 बजे से स्थानीय तेरापंथ धर्मस्थल में सामूहिक तपोभिनंदन समारोह का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने उपस्थित अपार जनमेदिनी को फरमाया कि ध्यान से कषाय उपशांत होता है। चित्त की चंचलता कम होती है तथा हमारी चेतना निर्मल बनती है। मुनिश्री ने कहा कि तपस्या करना एक प्रकार से निग्रह करना है। पांच इंद्रियों में से सबसे कठिन है रसनेन्द्रियों का निग्रह करना। आपने भगवान महावीर की माता ने चौदह स्वप्न देखे उस प्रसंग को रोचक तरीके से समझाया।
विशाल धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि रमेश कुमार ने तप मंगल है । पर्युषण पर्व में तप जप ध्यान स्वाध्याय से चित्त की चंचलता को कम करने का प्रयास किया जाता है। एक पुद्गल पर मन को केंद्रित करने से ध्यान शुरु होता है। मुनिश्री ने कहा कि तप परम औषधि से भी बड़ा है। इसमें ऐसी शक्ति होती है कि इससे हर प्रकार की विघ्न-बाधाएं दूर हो जाती हैं।
आज अठाई एवं उससे ऊपर की तपस्या करने वाले निशिता बैद, ऋषभ बैद, सुश्री रितु बैद, प्रिया सेठिया, जोली चौरड़िया, सुनीता बैद, सुशील सुराणा, प्रतीक बोथरा, प्रमिला सेठिया, विकास दुगड़, प्रेरणा सुराणा, जयश्री कोठारी, परमेश्वरी बैद, लीला देवी महनोत, बसंती देवी भंसाली, लहरचंद भंसाली, प्रदीप भंसाली, सपना देवी लालानी, अक्षय बैद, पवन बोथरा, अभिषेक बैद, शांति देवी गुलगुलिया, मास्टर चिराग मालू, हेमंत डागा, महक सेठिया, झंवरलाल भूरा, सुश्री आयुषी गुलगुलिया, सुमनलता जैन, कंचन देवी सुराणा एवं संपत देवी नाहटा का तप अभिनंदन किया गया।
तपस्वी भाई-बहनों के पारिवारिक सदस्यों द्वारा गीतिका, वक्तव्य तथा तेरापंथी सभा की ओर से साहित्य एवं अनुमोदना संदेश प्रदान कर तपस्वी भाई-बहनों के तप की अनुमोदना की गई।
कार्यक्रम का संयोजन मुनि पद्म कुमार ने कुशलतापूर्वक किया। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बाबूलाल सुराणा एवं मंत्री राजकुमार बैद ने सभी श्रावक-श्राविकाओं एवं समाजबंधुओं से संवत्सरी पर्व के अवसर पर अधिकाधिक पौषध करने एवं धर्मलाभ लेने का आह्वान किया है। इस आशय की जानकारी सभा के प्रचार-प्रसार संयोजक संजय चौरड़िया ने यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी।
*संप्रसारक*
*श्री जैन श्वेताम्बर तेरपंथी सभा गुवाहाटी असम*