चेन्नई. न्यू वाशरमैनपेट जैन स्थानक में विराजित साध्वी साक्षीज्योति ने कहा मनुष्य को सभी जीवों में श्रेष्ठ बताया गया है। मनुष्य अपनी बुद्धि का प्रयोग करके किसी भी परिस्थिति में ऊपर उठ सकता है।
उन्होंने कहा मनुष्य को अपनी बुद्धि का उपयोग तत्वचिंतन में करना चाहिए। इसके विपरीत आज का मानव अपनी बुद्धि का उपयोग दूसरों को पीड़ा पहुंचाने एवं दुख देने में करता है। इतना ही नहीं उसका उद्देश्य दूसरों के प्रति षड्यंत्र रचकर उसे परेशान करना रहता है।
अपने आपको श्रेष्ठ समझने वाला व्यक्ति दूसरों को हीन एवं नीच भावना से देखता है। यह सब बुद्धि का सार नहीं है। बुद्धि का सार तो यह है कि वह अपनी बुद्धि के बल पर किसी को संकट से उबारे।
परेशानी में सहायता करे और उनके जीवन में खुशियों का संचार करे। ललित मकाना ने बताया कि साध्वी साक्षीज्योति व पूजाज्योति के सान्निध्य में 21 अगस्त को सजोड़े लाभ अंतराय जाप अनुष्ठान होगा। संचालन संघ मंत्री गौतम मेहता ने किया।