चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा के सानिध्य में कर्नाटक गज केसरी गणेशलाल के जन्म जयंती के उपलक्ष में चल रहे पंच दिवसीय कार्यक्रम के तहत शनिवार को सजोडे गुरु गणेश जाप हुवा।
उन्होंने कहा कि इस जाप से मनुष्य को शांति की अनुभूति होगी। अगर थोड़ा सा ध्यान लगा कर जाप कर लिया जाय तो जीवन की सारी विघ्न बाधाएं नष्ट हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन को तो बदल सकता है लेकिन मन मे शांति लाना आसान नहीं होता है। अगर मन शांत हो जाये तो सारी समश्या समाप्त हो जाएंगी। जाप का मौका मन को एक जगह पर रोकने के लिए मिलता है।
अगर भटकती हुई मन एक जगह स्थिर हो जाए तो समझो सब कुछ मिल गया। उसको एक जगह पर रोक कर रखना बहुत ही मुश्किल कार्य है। लेकिन उसको एक जगह पर नहीं रोका तो जाप सफल भी नहीं होना है। पूज्य गणेशलाल ने जाप से अपना तो कल्याण कर लिया अब हमें यह मौका दिया है तो उसका लाभ ले लेना चाहिए।
जाप से अंदर की ऊर्जा, शक्ति बढ़ जाती है और गणेशलाल के नाम की ऊर्जा सदैव बनी रहेगी। जैसी जिसकी गुरु भक्ति होगी उसको वैसा ही लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कहते है कि गुरु सभी को सहज में नहीं मिलते है और ऐसे गुरु का मिलना तो बहुत मुश्किल होता है।
अगर उनका गुण सुनने का मौका मिला है तो उसका लाभ लो। इससे पहले जोड़े में बैठ कर श्रावक श्राविकाओं ने जाप किया। रविवार को तप और त्याग के साथ गणेशलाल की 140वी जयंती मनाई जाएगी। इस मौके पर संघ अध्यक्ष अनंदमल छलानी, जेपी ललवानी और गौतम दुगड़ समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। संचालन मंत्री मंगलचंद खारीवाल ने किया।