5 मार्च जवाली मोक्ष मार्ग का टिकट है संयम संत शिरोमणी प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज उपप्रवर्तक अमृत मुनि युवाप्रणेता महेश मुनि तपस्वी मुकेश हरीश मुनि नानेश मुनि हितेश मुनि सचिन मुनि अखिलेश मुनि डॉक्टर वरूणमुनि व विदुषी उमराव कंवर प्रखर वक्ता डॉ प्रितीसुधा आनन्द प्रभा साध्वी इन्दुप्रभा डॉक्टर चेतना दर्शनप्रभा सुमनप्रभा मनीषा आदि गुरू भगवंतों और जवाली श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के दिनेश भलगट नथमल गांधी एम दिनेश भलगट जुगराज डूंगरवाल उत्तमचन्द गांधी झूमरलाल भलगट पारसमल भलगट मोहनलाल भलगट विजयराज गांधी बसंतराज गांधी खिमराज गांधी आदि पदाधिकारियों के अलावा दिक्षा समारोहों के मुख्य अतिथि सुरेश कोठारी प्रसन्न चन्द्र कोठारी नवरतनमल गुंदेचा दिपचन्द्र कोठारी कांतीलाल जैन अमरचन्द कोठारी धनराज काठेंड़ महेन्द्र बोहरा सम्पतराज तातेड़ हुक्मीचन्द्र संचेती सज्जनराज गुलेच्छा प्रकाश कटारिया महेन्द्र भंसाली सोहनलाल मेड़तिया बाबूलाल बोहरा ललित पगारिया राजेश खिवेसरा शांतिलाल पावेचा कुशाल गुंदेचा शांतिलाल पटवा देवीचन्द्र भंडारी नवरतन मूथा विजयराज मूथा हितेश गांधी आदि अतिथियों और हजारों श्रावक श्राविकाओं और माता पिता भाई बहन भाई की साक्षी मे समारोहों मे प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज ने सवीता बहन को दिक्षा पाठ व रजोहर देकर साध्वी संयमसुधा नाम से अंलकृत करतें हुये कहां कि साधु साध्वी का जीवन कांटों की राह भरा हुआ होता है।
वही व्यक्ति सयंम ले सकता जो भगवान महावीर के बताये सत्य अहिंसा अस्तेय ब्रह्मचर्य अपरिग्रह के सिद्धांत को जीवन मे धारण करने वाला सयंम लेकर संसार से अपनी आत्मा को तिरा पायेगा मीडिया प्रवक्ता सुनिल चपलोत ने जानकारी देते हुए बताया कि संत शिरोमणी सुकन मुनि महाराज के 60 वें दिक्षा दिवस पर जीवदया और दिक्षार्थी बहन आभूषणो की बोली लेकर धर्म लाभ लिया ! कार्यक्रम के आरंभ विरकता बहन की श्रीसंघ ने खोलभर कर सम्मान किया और दिक्षार्थी बहन संयम अंगीकार. करने से पहले सभी भाई बहनो से क्षमायाचना की।
मीडिया प्रवक्ता सुनिल चपलोत
श्री वर्धमान स्थानक वासी जैन.श्रावक संघ जवाली पाली