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जयमल जयंती का आठवां दिवस शनिवार को जय जाप एवं एकासन दिवस के रूप में मनाया जाएगा

जयमल जयंती का आठवां दिवस शनिवार को जय जाप एवं एकासन दिवस के रूप में मनाया जाएगा

नार्थ टाउन के ए यम के यम स्थानक में गुरुदेव जयतिलक मुनिजी ने प्रवचन में फरमाया कि आत्म बंधुओ, धर्म तीर्थ तारने वाला है। इस तीर्थ में सम्मिलित प्रत्येक जीव निश्चित रूप से भव सागर से तिरेगा। हर हाल में प्राणी की रक्षा का, किसी को किसी प्रकार से कष्ट न देने का निर्देश इस धर्म तीर्थ में दिया गया है। श्रावक, श्राविका, साधु और साध्वी चारों इस तीर्थ का अंग है जो निश्चित रूप से तिरेंगे। ऐसे धर्म में जन्म के लिए प्रबल पुण्यवाणी की आवश्यकता होती है। जन्म होने के बाद ऐसे धर्म का पालन करने के लिए साम्थर्य आवश्यक है। साम्थर्य के अनुसार अपने व्रत का पालन करने का निर्देश तीर्थकंर भगवान ने दिया।

जिसमे स्वयं अपनी इच्छानुसार मर्यादा कर धर्म पालन कर सकते है। अणुव्रत धारण करने से ही व्यक्ति श्रावक-श्राविका की गिनती में आ सकता है। जिनशासन का जो सदस्य बन गया उसकी दुर्गति अवश्य टल जाती है व्रत भंग करने वाले की गारंटी नहीं है। जो की वाणी को जानता है तो जिनवाणी शकां कभी नहीं करेगा। जीव सदैव परम स्थान यानि देवलोक मोक्ष में जाना चाहता है। इसलिए भगवान ने 12 व्रत पालन का निर्देश दिया है। जिससे जीव स्वयं भी सुखी रहे और दूसरे जीवों को भी कष्ट ना दे।

आगमकार ने भाषा के चार भेद बताये। सत्य और व्यवहार भाषा बोलने के निर्देश दिया और असत्य व मिश्र भाषा के बोलने त्याग का निर्देश दिया । जिस सत्य से किसी को क्लेश, पीड़ा हानि हो वो सत्य भी नहीं बोलना चाहिए। जिस सत्य से धर्म की वृद्धि हो, पाप से छुटकारा मिले ऐसा सत्य बोलना चाहिए। व्यवहार भाषा भी संयम के साथ बोलनी चाहिए। अन्धों को अन्धा, काने को काना आदि भी नही कहना चाहिए।

उन्हें उनके नाम से या देवानुप्रिय, धर्मप्रिय आदि शब्दों से सम्बोधित करना चाहिए। सभी व्रतों का मूल अहिंसा व्रत है इस व्रत की सुरक्षा के लिए अन्य व्रतों को धारण करना है। ज्ञानीजन कहते है अच्छे शब्दों का प्रयोग करें क्रोध, मान आदि कषायों के वेग में मौन रहना चाहिए। निश्चयकारी भाषा का प्रयोग नहीं कहनी चाहिए, क्योंकि हम छदमस्थ है। झूठा आरोप लगाने से जीवन की हानि हो सकती है। इसलिए किसी पर झूठा आरोप नहीं लगाना चाहिए।

ज्ञानचंद कोठारी ने संचालन करते हुए सूचना दी कि जयमल जयंती के नौ दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत आठवां दिवस शनिवार को 24 घंटे का जय जाप एवं एकासन दिवस के रूप में मनाया जाएगा। AMKM स्थानक, नार्थ टाउन में प्रातः 6 बजे से शाम 5 बजे तक महिलाओं के लिए एवं शाम 5 बजे से रविवार प्रातः 6 बजे तक पुरुषों के लिए जय जाप होगा। एवं पेरम्बुर निवासी कमलाकुमारी पारसमलजी बोहरा परिवार के सहयोग से एकासन की व्यवस्था संघ भवन में होगी।

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