गच्छाधिपति आचार्यश्री उदयप्रभ सुरीश्वरजी महाराज के जन्मदिवस पर आराधना, साधना के कई कार्यक्रम हुए आयोजित
किलपॉक श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ के तत्वावधान में उपशम गुणनिधि गच्छाधिपति आचार्यश्री उदयप्रभ सुरीश्वरजी म.सा. के 56वें जन्मदिवस के उपलक्ष में मंगलवार प्रातः महामंगलकारी श्री गौतमस्वामी सूरिमंत्र महापूजन का आयोजन एससी शाह भवन में हुआ। यह महापूजन संगीत सरगम के साथ एवं विशुद्ध सामग्रियों के साथ संपन्न हुआ। पूजन प्रातः 9:00 बजे प्रारंभ होकर मध्यान्ह 1:00 बजे संपन्न हुआ। सूरिमंत्र की अपनी विशिष्टता है। इस पूजन में पांच पीठिका होती है जिनमें वाणी यानी सरस्वती, त्रिभुवन स्वामी, श्रीदेवी अर्थात लक्ष्मी, गणि पिट्टक और स्वयं गौतमस्वामी विराजमान होते हैं। गौतमस्वामी की आराधना, साधना लौकिक और लोकोतर फल देती है। आचार्यश्री ने सूरिमंत्र अनुष्ठान के दौरान कहा कि सकल संघ की सुंदर आराधना, साधना, शासन प्रभावना, शासन रक्षा के सुंदर संकल्प, प्रणिधान सुगमतापूर्वक परिपूर्ण हो, उसके लिए शक्ति- लब्धि- पुष्टि- शुद्धि गौतम स्वामी की आराधना- पूजन से हम सबको प्राप्त हो।
उन्होंने विश्वशांति की मंगलकामना करते हुए कहा कि सर्व गुरुओं के मूल श्री गौतमस्वामी का यह प्रभावशाली पूजन सकल विश्व के लिए मंगलमयी हो, इस पूजन के प्रभाव से सारा विश्व शांतिमय हो। आचार्यश्री के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित इस पूजन में अनेक संघों में चातुर्मासिक आराधना करा रहे उनके आज्ञावर्ती साधु- साध्वी भगवंत भी उपस्थित रहे। इस मौके पर अनेक संघों के पदाधिकारी एवं ट्रस्टियों ने आचार्यश्री को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और आराधना, साधना के कई अभिग्रह लिए एवं जीवदया के कार्यक्रमों की घोषणा की। पूजन के लाभार्थी देव गुरु भक्त परिवार थे। इस मौके पर सामूहिक आयंबिल, समूह सामायिक एवं जिनालय में संध्या भक्ति का भी आयोजन हुआ।




