जैन दिवाकर महासती श्री कमला वती जी म. सा की सु शिष्या उप प्रवर्तीनी संथारा प्रेरक महासाध्वी गौरव श्री सत्य साधना जीमा. सा. आदी ठाना 7 का चातुर्मास अंबेश भवन में गतिमान है।
बीच में 5 दिवसीय प्रोगाम होने से सुख के ऊपर प्रवचन माला स्थगित थी उसे पुनः आज गतिमान करते हुए महासती जी ने आज के प्रवचन में साध्वी जी मा.सा. ने सुख के प्रकार 6ठे सुख राज में मान के ऊपर प्रवचन जारी रखते हुए कहा कि राज में मान होने पर कार्य सरलता पूर्वक हो जाते हे। इसी तरह समाज में मान होने से समाज में अपने साथ समाज की भी प्रगति होती हैं। इस चातुर्मास में तपस्या की लडी लगी हुई हे। उपवास, बेले तेले की पचखान के साथ आठ नौ, आदी बड़ी तपस्या के भी पचखान हो रहे हे।
बाहर से भक्त सु श्रावको का आना भी लगातार जारी हैं । मेहमानो की कड़ी में आज ब्यावर के चेन्नई प्रवासी श्रीमहावीर जी तालेड़ा, गोतमजी तालेड़ा, पुष्पा जी तालेड़ा, बनेडिया श्री संघ अध्यक्ष श्री किशन लाल जी तलेसरा, कपासन से सुरेश जी सिरोया के साथ ही आशाजी वर्षा जी खुशबू जी और प्रियंका जी सिरोया पधारे।
श्री संघकी और से बाबू भाई दुगड़ ने मेहमानो का स्वागत किया।आज की प्रभावना का लाभ तालेड़ा परिवार ने लिया, जबकि पंच तीर्थकर के जाप की प्रभावना का लाभ श्रीमती पिंकीजी कृष्णा जी तलेसरा परिवार ने लिया। मंच संचालन करते हुए महामंत्री बाबूभाई ने आने वाले दिनों में होने वाले कार्यक्रम की रूप रेखा को बताया।
*भयंदर संघ*