चेन्नई दिनांक : बुधवार 24 जनवरी 2024. साहूकारपेट में आज इतिहास मार्तण्ड अखण्ड बाल ब्रम्हचारी पूज्य आचार्यश्री हस्तीमलजी म.सा की 114 वीं जन्मजयन्ति व श्रमण सूर्य दिव्य विभुति श्री मिश्रीमलजी म.सा की 40 वीं पुण्यतिथि स्वाध्याय दिवस के रुप में श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के तत्वावधान में स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट चेन्नई में मनाई गई |
संघ अध्यक्ष श्री प्रेमकुमारजी कवाड ने उपस्थित श्रदालुओं का स्वागत करते हुए गुरुदेवों के उपकारों का स्मरण करते हुए गुणगाण किये | स्वाध्यायी रत्न श्री लीलमचंदजी बागमार ने आचार्य हस्ती के जीवन चरित्र पर आशु कवि मधुर व्याखानी श्रदेय श्री गौतममुनिजी म.सा की दिव्य रचना ” सुनो कहानी गुरु हस्ती की ” भावभरी गद्यमय प्रस्तुति दी |
जन्मजयन्ति व पुण्यतिथि समारोह का संचालन करते हुए श्रावक संघ के कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने बाल हस्ती के बाल्यकाल जीवन की मुख्य घटनाओं,आचार्य हस्ती के श्रमण संघ में अविस्मरणीय योगदान मोहविजेता रुप के अनेक संस्मरणों संग जिनशासन में महत्वपूर्ण भूमिका,सभी परम्पराओं के आचार्यों सन्त रत्नों के संग मधुर संबंधों का विस्तार पूर्वक उल्लेख करते हुए श्रमण संघ के प्रथम आचार्य श्री आत्मारामजी म.सा द्वारा आचार्य हस्ती को णमो पुरिसवरगंधहत्थीणँ विशेषण से संबोधित करने की विशेषता के विषय का चित्रण किया |
कार्याध्यक्ष ने श्रमण सूर्य दिव्य विभूति श्री मिश्रीमलजी म.सा के जीवन चरित्र का पूर्ण उल्लेख करते हुए दिव्य विभूति को सफल साहित्यकार सन्त रत्न के रुप में बताया और ” दया धर्म और परमार्थ सूं हालत सुधारी देश री,जैन धर्म रो साचो रे जोगी बाबो मरुधर केसरी ” की भावमय स्तुति करते हुए गुणगाण किये |
स्वाध्यायी कान्तिलालजी तातेड़,श्रीमती पुष्पलताजी गादिया ने सामायिक स्वाध्याय की महत्वता पर सुन्दर भजन प्रस्तुत किये |
श्रावक संघ तमिलनाडु के पूर्व मन्त्री जवाहरलालजी कर्णावट ने आचार्य भगवन्त की मौलिक विशेषताओं का विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए उनके चरित्रमय जीवन के अनेक संस्मरण धर्म सभा में रखें |
स्वाध्यायी श्री गौतमचंदजी मुणोत ने महापुरुषों के गुणगाण करते हुए कहा कि तिथियों को मनाने की सार्थकता आचरण में हैं |
स्वाध्यायी बन्धुवर श्री नवरतनमलजी चोरडिया ने स्वाध्याय दैनिक जीवन का अंग हो कहते हुए उनके नागौर के बाल्यकाल में हुए संस्मरणों को श्रद्धा पूर्वक रखें | बाल मोक्ष चोरडिया ने श्रदेय श्री गौतम मुनिजी म.सा के दैनिक प्रवचन पूर्व स्तुति ” हमने आंगन नहीं बुहारा,कैसे आएंगे भगवान की प्रस्तुति दी |
स्वाध्याय संघ तमिलनाडु के संयोजक नवरतनमलजी बागमार ने आगमों में वर्णित गाथाओं का आचार्य हस्ती के जीवन मे घटने का उल्लेख करते हुए दिगम्बर परम्परा के सन्त रत्न के आचार्यश्री के प्रति भावों को धर्मसभा में रखा | अखिल भारतीय श्राविका मण्डल के कार्याध्यक्ष श्रीमती संगीताजी बोहरा ने गुरु भगवन्त के गुणगान में अपने भावों की अभिव्यक्ति की |
वरिष्ठ स्वाध्यायी चम्पालालजी बोथरा ने उपवास,आयम्बिल, एकासन,पोरसी उपरान्त प्रत्याख्यान करवायें | मरुधर के पीह वासी श्री नथमलजी दुगड ने मांगलिक दी | दैनिक संकल्प श्री कान्तिलालजी तातेड़ ने करवाया | श्रावक संघ के मन्त्री अनोपचंदजी बागमार ने महापुरुषों की जयजयकार की |
#प्रेषक : श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ,तमिलनाडु