श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी ट्रस्ट ट्रप्लीकेन चैन्नई के द्वारा मुनि श्री रमेश कुमार जी के सान्निध्य में जैन तेरापंथ समाज की एक मात्र अंतर्राष्ट्रीय तीरंदाज खिलाड़ी सुश्री कामना जैन परमार का सम्मान एवं अभिनन्दन किया गया।
राजेश जी मरलेचा ने कामना जैन परमार का परिचय हुए बताया कि कामना की सफलता का यह सफर सिर्फ अढ़ाई साल का हैं । शास्त्री कालेज में अध्ययनरत इसकी प्रतिभा को पहचान गया।
तमिलनाडु में गोल्ड मेडल विजेता बनी उसके पश्चात अन्य अनेक मेडल प्राप्त किये। 52 पौड के धनुष से निशाने साधने में सफलता अर्जित की है। वर्तमान में ओलंपिक क्वालिफाइड कर चुकी हैं । आगामी ओलंपिक में यह तीरंदाजी के लिए देश की ओर भाग लेगी और देश को स्वर्ण पदक दिलाने का भरपूर प्रयास करेगी।
मुनि रमेश कुमार जी आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि जीवन स्वयं एक खेल है। इसे समुचित तरीके से खेलना आ जाए तो जीवन में खुशियों की बहार आ सकती है। हमारे समाज के युवा-वर्ग में अनेक प्रतिभाएँ उभर रही है।
कामना अपने क्षेत्र में सफलता को अर्जित करते हुए अपने परिवार, समाज और राष्ट्र के नाम को गौरवान्वित करेगी। मुनि सुबोध कुमार जी ने कहा समय पर तराशने पर कामना की प्रतिभा कोहिनूर से ज्यादा चमक दिखायेगी।

ट्रिप्लीकेन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी गौतम जी सेठिया ने कामना ने जो सफलता अर्जित की है वह वस्तुतः अभिनन्दनीय है। पूरे जैन समाज को इसकी प्रतिभा पर गर्व है।सदा सफलता प्राप्त करें । अपनी कला कौशलता को सदा वर्धमान करती रहेगी।
अंतर्राष्ट्रीय तीरंदाज खिलाड़ी सुश्री कामना परमार ने कहा- मैंने कभी सोचा भी नहीं था मैं तीरंदाजी खिलाड़ी बनूंगी। मेरी सफलता का सबसे ज्यादा श्रेय मैं शास्त्री कालेज के अभय जी श्री श्रीमाल को देती हूं । उसके पश्चात मेरे माता-पिता , परिवार और धर्म गुरु को श्रेय देना चाहूँगी। मेरे माता पिता ने अपनी सब प्राथमिकताओं को छोडकर मुझे आगे बढाने में सदा सहयोग किया है। तीरंदाजी के खेल में कैसे आगे से आगे बढी उसे इस अवसर बताया। मुझे आशीर्वाद दे मैं ओलंपिक में अपने राष्ट्र के विजेता बनूं।
तेरापंथ सभा चैन्नई के अध्यक्ष विमल जी चिंपड, तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड साहूकार पेट के सुरेश जी नाहर , तेरापंथ महिला की अध्यक्षा शांति दुधोडिया ने कामना परमार के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त की । तेरापंथ ट्रस्ट टिप्पलीकेन द्वारा मूमेन्टो भेट कर सम्मानित किया गया ।कार्यक्रम का संचालन प्रियंका बोहरा एवं सारिका मरलेचा ने कुशलता पूर्वक किया ।
संप्रसारक
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी ट्रस्ट ट्रिप्लीकेन चैन्नई