चेन्नई सहित अखिल भारतीय स्तर पर जैन धर्म का मौलिक इतिहास की चालीस पुस्तकों पर स्वाध्याय स्पर्धाएँ आयोजित की जा रही हैं |
जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ तमिलनाडु के निवर्तमान कार्याध्यक्ष आर. नरेन्द्रजी कांकरिया ने बताया कि आचार्य पूज्यश्री हीराचंद्रजी महाराज की आज्ञानुवर्तिनी महासती श्री सुमतिप्रभाजी म.सा के इस वर्ष चेन्नई चातुर्मास में मासिक प्रश्न मंच कार्यक्रम आयोजित होंगे इस प्रतियोगिता में चेन्नई महानगर के अनेक क्षेत्रों से ग्रुप बनाकर भाग लेंगे | इस प्रश्न मंच का रविवार 20 जुलाई को किलपाक,चेन्नई में स्थित सामायिक स्वाध्याय भवन में शुभारम्भ होगा |
महासती सौभाग्यवतीजी म.सा की प्रेरणा से यह प्रतियोगिता चातुर्मास के हर रविवार को भोपाल में महावीर जैन स्थानक में होगी व विजेताओं को पुरस्कार दिए जाएंगे | आचार्यपूज्यश्री हस्तीमलजी म.सा प्रणीत ‘जैन धर्म का मौलिक इतिहास’ के भाग 1से 4 पर आधारित साहित्यकार डॉ. दिलीपजी धींग के संपादन में चालीस भागों में प्रकाशित पुस्तक शृंखला ‘जैन इतिहास के प्रसंग’ पर श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ,भोपाल,मध्य प्रदेश द्वारा 13 जुलाई 2025, रविवार से प्रतियोगिताओं की शुरुआत हुई जिसमें 15 समूहों ने भाग लिया इस आयोजन का और विस्तार होगा |
श्रावक संघ,तमिलनाडु के निवर्तमान कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने कहा कि डॉ. दिलीपजी धींग द्वारा संपादित जैन इतिहास की 40 पुस्तकों पर अब तक विभिन्न संस्थाओं द्वारा स्थानीय व प्रांतीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर की स्वाध्याय परीक्षाएँ हो चुकी हैं व इनके अनेक संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं | मासिक पत्रिका ‘जिणवयणं’ पाली में 2016 से ‘जैन इतिहास के प्रसंग’ निरंतर प्रकाशित हो रहे हैं | आचार्य हस्ती जन्म शताब्दी वर्ष 2010 में रत्नसंघ के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष पी एस सुराणा की प्रेरणा से यह 40 पुस्तकें तैयार की गई थीं | पूर्व में श्री जैन रत्न युवक परिषद,तमिलनाडु के संचालन में भी इन पुस्तकों पर प्रतियोगिताएँ करवाई जा चुकी हैं |
प्रेषक : आर नरेन्द्र कांकरिया स्वाध्याय भवन 24/25-बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट, साहूकारपेट, चेन्नई