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महाप्रज्ञ का हिंदी में योगदान पर व्याख्यान २९ को

चेन्नई. तमिलनाडु हिंदी अकादमी का मासिक व्याख्यान 29 जून को शाम 4.00 बजे साहुकारपेट स्थित तेरापंथ सभा भवन में होगा। अकादमी अध्यक्ष डॉ. सु. कृष्णचंद चोरडिय़ा ने बताया कि आचार्य महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में इस बार व्याख्यान का विषय ‘आचार्य महाप्रज्ञ का हिन्दी भाषा और साहित्य में योगदान’ रखा गया है। इस मौके पर वरिष्ठ साहित्यकार बी. एल. आच्छा मुख्य वक्ता होंगे। महासचिव डॉ. दिलीप धींग ने बताया कि महाप्रज्ञ एक दार्शनिक और आध्यात्मिक महापुरुष होने के साथ ही साहित्य-उचयमनीषी आचार्य भी थे। हिन्दी की पूर्ववर्ती प्राकृत-उचयसंस्कृत जैसी शास्त्रीय भाषाओं तथा हिन्दी भाषा और साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान का स्वतंत्र मूल्यांकन किया जाना चाहिये।

साध्वी मयंकमणी का चातुर्मास चेंगलपेट में

चेंगलपेट. अखिल भारतीय साधुमार्गी शांति क्रांति संघ के आचार्य विजयराज की आज्ञानुवर्ती शिष्य साध्वी मयंकमणी का अगला चातुर्मास चेंगलपेट में होना निश्चित हुआ है। साध्वी मयंकमणी अन्य सहवर्तिनी साध्वीवृंद के साथ आगामी 28 जून को चेंगलपेट में चातुर्मासिक नगर प्रवेश करेंगी। साध्वीवृंद यहां चेंगलपेट संघ के तत्वावधान में जैन स्थानक में चातुर्मास करेंगी।

केवल परमात्मा ही तारक तत्व: आचार्य तीर्थभद्र सूरीश्वर

चेन्नई. किलपॉक में चातुर्मासार्थ विराजित आचार्य तीर्थभद्र सूरीश्वर ने कहा संसार में चार मंगल तत्व होते हैं- अरिहंत मंगल, सिद्धा मंगल, साहू मंगल व केवली भगवंत द्वारा की गई धर्म की प्रारूपणा। उन्होंने अरिहंत मंगल के बारे में बताया कि सभी जीवों के कल्याण की भावना हमारे हृदय में प्रकट हो जाए तो हमारा मंगल होगा। अहम की भावना जिसके हृदय में होगी उसका कभी मंगल नहीं होगा।  सिद्ध भगवत सर्वकर्म रहित हैं इसलिए मंगलमयी हैं। साधु इसलिए मंगलमयी हैं क्योंकि उनके हृदय में जगत के सभी जीवों प्रति हित की भावना है। साधु का उपसर्ग आने पर भी उनके हृदय में किसी के प्रति अहित की भावना नहीं आती। केवल प्रारूपित धर्म के बारे में उन्होंने कहा जगत के सभी प्राणी स्वयं का मंगल चाहते हैं लेकिन वे अपनी आत्मा का मंगल नहीं करेंगे तब तक स्वयं का मंगल नहीं हो सकता। मंगल तत्वों का स्पर्श आत्मा से हो जाए तो जीवन का कल्याण हो जा...

क्लॉथ बैंक समेत कई आयोजन कर रहा राजस्थान कॉस्मो क्लब 

चेन्नई. राजस्थान कॉस्मो क्लब (आरसीसी) द्वारा हाल ही सिल्वर जुबली समारोह का आयोजन किया गया जिसमें चार्टर प्रेसिडेन्ट ललित मेहता, अध्यक्ष पवन सुराणा, सचिव महेश अग्रवाल समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। इसके अलावा पूर्व अध्यक्षों ने भी हिस्सा लिया। संस्था द्वारा अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आरसीसी की स्थापना 1994 में समाजसेवा एवं अन्य उद्द्ेश्यों को लेकर की गई। इसके साथ ही जरूरतमन्द लोगों के लिए क्लॉथ बैंक गठित किया गया। मीना बाजार भी इसी के कार्यक्रमों का हिस्सा है। संस्था द्वारा सांस्कृतिक एवं खेलकूद आदि गतिविधियों का आयोजन कर रही है।

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