श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ तमिलनाडु के तत्वावधान में स्वाध्याय भवन,साहूकारपेट,चेन्नई में रत्नवंश के अष्ठम पट्टधर रात्रिभोजनत्याग,शील व्रत व व्यसनमुक्ति के प्रबल प्रेरक जिनशासन गौरव आचार्य भगवन्त पूज्यश्री हीराचंद्रजी म.सा का 32 वां आचार्य पदारोहण दिवस आज शुक्रवार 20 मई 2022 को तीन -तीन सामायिक साधना जप-तप-त्याग पूर्वक मनाया गया |
आचार्य भगवन्त के गुणगान रुप में उपस्थित श्रदालुओं ने आचार्य हीरा चालीसा की सामुहिक स्तुति की | आचार्य हस्ती की अनुपम कृति जैन धर्म का मौलिक इतिहास का श्री विनोदजी जैन ने वांचन किया | संघ मंत्री ज्ञानचंदजी बागमार ने आचार्यश्री की विशेष प्रेरणा चार खन्द के पालन पर पूर्ण विवचन किया | स्वाध्यायी बन्धुवरों में से महावीरजी तातेड़ ने “हस्ती शिष्य महान तुमको वन्दन बारम्बार” इन्दरचंदजी कर्णावट ने “जय बोलो हीरा गुरुवर की” व प्रकाशचंदजी ओस्तवाल ने रत्नवंश रो पट्टधर, प्यारो लागे” पद्य रुप में गुणगान किये | आध्यात्मिक शिक्षण बोर्ड के संयोजक अशोकजी बाफना ने आचार्यश्री के उन पर एवं संघ पर किये गये उपकारों पर भावनाओं से भरे अपने भाव रखें | स्वाध्यायी महावीरजी बागमार ने आचार्यश्री की प्रेरणा से चेन्नई जैन महासंघ में बने समाज सुधार के नियमों पर विशेष प्रकाश डाला |
स्वाध्यायी श्री गौतमचंदजी मुणोत ने चादर महोत्सव पर उपस्थित श्रावकों द्वारा मंगलकामनाओं रुप में रखे भावों को सुन्दर शब्दों में रखा | श्रावक संघ – तमिलनाडु के प्रचार प्रसार सचिव आर नरेन्द्र कांकरिया ने 32 वर्षो पूर्व आज ही की तिथि पर सूर्यनगरी जोधपुर के सरदार स्कूल में सम्पन्न आचार्य श्री हीराचंद्रजी म.सा के चादर महोत्सव पर स्वयं प्रत्यक्ष रुप से उपस्थित रहने को अपने जीवन की पुण्यवानी बताते हुए धर्मसभा में चादर महोत्सव का चित्रण शब्दों के माध्यम से रखा और कहा कि उस पावन प्रसंग में अपने पिताश्री के साथ उपस्थित रहा | उस प्रसंग पर आचार्यकल्प श्री शुभचन्दजी म.सा, वीरपुत्र श्री घेवरचंदजी म.सा, रत्नवंश के उपाध्याय भगवन्त पण्डित रत्न श्री मानचन्द्रजी म.सा, पवर्तिनी, उप-पवर्तिनी महासती मण्डल आदि अनेक चरित्र आत्माओं की उपस्थिति थी | उपाध्याय श्री मानचन्द्रजी म.सा, आचर्यकल्प श्री शुभचन्दजी म.सा, श्री घेवरचंदजी म.सा द्वारा शुभकामनाओं के रुप में कहे गए शब्दों का उल्लेख किया और उनके द्वारा आचार्यश्री हस्तीमलजी म.सा की खादी वाली चादर पूज्यश्री हीराचंद्रजी म.सा को ओढाई गयी |
चादर महोत्सव के दृश्य का विस्तृत वर्णन करते हुए प्रचार प्रसार सचिव आर नरेन्द्र कांकरिया ने कहा कि आचार्य श्री हीराचंद्रजी म.सा ने उस पावन प्रसंग पर रत्नसंघ के सभी सन्तमण्डल व महासतीजी के नामों का उल्लेख करते हुए सभी से प्राप्त सहयोग व श्रावक व श्राविकाओं सहित नन्दी सूत्र में वर्णित संघ रुपी तीर्थ को वन्दन करते हुए, आचार्य पद के चादर की जिम्मेदारी को स्वीकार्य किया और स्थानकवासी परम्परा के विभिन्न संघो के आचार्यों, उपाध्यायों व महापुरुषों के रत्नवंश के साथ वर्षों से चले आ रहे प्रेम,स्नेह व मधुर संबंधों का महापुरुषों के नाम सहित स्मरण किया | आज सम्पन्न हुई धर्मसभामें श्री अम्बालालजी कर्णावट, रुपराजजी सेठिया,मनीषजी उज्जवल ,श्रीमती जयंतिजी बागमार की सामायिक परिवेश में उपस्थिति रहीं | उपस्थित श्रदालुओं ने व्रत-नियम व सामूहिक प्रत्याख्यान किए और चार खन्द में अधिक से अधिक खन्द के पालन करने का नियम लेते हुए कर्मो की निर्जरा की | रुपराजजी सेठिया ने मंगल पाठ सुनाया | तीर्थंकरों आचार्यों उपाध्यायों भगवन्तों की जयजयकार के साथ आचार्यश्री हीराचंद्रजी म.सा का 32 वां आचार्य पदारोहण दिवस कार्यक्रम जप-तप-त्याग पूर्वक संपन्न हुआ |
प्रेषक :-
आर नरेन्द्र कांकरिया,
प्रचार प्रसार सचिव
श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ – तमिलनाडु ” स्वाध्याय भवन ”
24 / 25 बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट साहूकारपेट, चेन्नई 600 079.