बेंगलुरु। यहां बसवनगुड़ी स्थित श्री जिनकुशल सूरी जैन दादावाड़ी ट्रस्ट के तत्वावधान में साध्वीश्री नीलांजनाश्री जी म.सा. आदि ठाणा 3 की पावन निश्रा में जिनकुशलसूरी जैन आराधना भवन में गुरुदेव इकतीसा का समापन समारोह भव्यता के साथ आयोजित हुआ।
रविवार को शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पहली बार ‘छाया गुरुदेव की’ विषयक कार्यक्रम के तहत गुरु इकतीसे की गाथाओं का संगीतमय दृश्यांकन छायाचित्रों के साथ हुआ।
आयोजन से जुड़े यतीन्द्र भड़गतिया ने बताया कि ‘मल्टीमीडिया शेडो प्ले’ के माध्यम से दादा गुरुदेव के इकतीसे की गाथाओं का वर्णन करने का यह प्रथम प्रयास रहा। उन्होंने बताया कि श्वेता भड़गतिया, मौली भड़गतिया, निशांत बैद, निर्मला बैद, स्वाति धीरज गुलेच्छा, दीपिका प्रणय बाफना, पवनी बाफना, उषा शशि चोपड़ा आदि सदस्यों ने सहयोग किया।
भड़गतिया के मुताबिक दादागुरु इकतीसे का संगीतमय सस्वर सामूहिक 31पाठ का अगल-अलग धुनों में श्री जिनदत्त कुशलसुरी जैन संगीत मंडल के सदस्यों द्वारा विराट सामूहिक अनुष्ठान रखा गया। धार्मिक पाठशाला एवं ज्ञान वाटिका के बच्चों के द्वारा नृत्य भी प्रस्तुत किया गया।
इस दौरान लक्की ड्रा का पुरस्कार तेजराज मालाणी व रंजीत ललवानी के द्वारा दिया गया। युवा परिषद के मंत्री शशि चोपड़ा ने संचालन किया। राजेन्द्र गुलेच्छा ने सभी सदस्यों का स्वागत एवं आभार जताया। इस दौरान ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।