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हम कैलेंडर को ही नहीं, जीवन व्यवहार को भी बदलें – मुनि श्री अर्हत् कुमार

हम कैलेंडर को ही नहीं, जीवन व्यवहार को भी बदलें – मुनि श्री अर्हत् कुमार
नया साल नई खुशियां नई उम्मीदें नव वर्ष नये सपने लेकर आता है। इस साल आप कुछ ऐसा करें, ताकि आपका हर दिन नव वर्ष के सौगातों को लेकर आये। हम कैलेण्डर को ही नहीं अपने जीवन को भी बदलें। पॉजिटीविटी रखें। अपनी सोच को सकारात्मक व कार्यशैली को रचनात्मक बनाएं। उपरोक्त विचार कुम्भकोणम में धर्मपरिषद् को सम्बोधित करते हुए मुनिश्री अर्हत् कुमार ने कहें।
मुनिश्री ने आगे कहां कि सभ्यता व संस्कृति को नव वर्ष की घुरी बनाएं। धर्म की उमंग में रंग भरते रहे। हमारे जीवन का हर क्षण, हर कण, पुलकन भरा हो। पूरे वर्ष का बायोडाटा बनाएं कि मैंने क्या खोया, क्या पाया। इस वर्ष स्वयं का उत्कर्ष करना है। कदमों को गतिशील रखें। यह वर्ष शान्ति का पैगाम लेकर आया है। हमारे भीतर अध्यात्म का अवतरण हो। आत्मा पल्लवित व पुष्पित बने। नव वर्ष का प्रारंभ पवित्र और विनायक संकल्पों से करना चाहिए। इस वर्ष आपके अन्दर शान्ति का सागर लहराए और खुद खुशियाँ आपके पास चल आयें।
मुनिश्री भरतकुमार ने अपने चित् परिचित लहेजे में कहा – नव वर्ष की यह सौगात, हर पल हो अध्यात्म का साथ। जीवन में होगा शांति का वास, वाह क्या कहे 2022 की बात। 2022 इन सब को मिलाएं तो अंक ज्योतिषी में 6 आएगा। छक्कम् छक्का, इस वर्ष का काम पक्का। नियम हो सच्चा, आपका जीवन होगा अच्छा। हर वर्ष का, हर एक दिन हो सुख शांति का सीन। समय का सदुपयोग कर, जीवन बने नवीन। मुनि श्री ने त्याग – प्रत्याख्यान कर कल्याण की बात जनता के सामने कही।
बाल संत मुनिश्री जयदीपकुमार ने कहा- अपने व्यवहार को ऐसा बनाएं जो आपकी अनुपस्थिति में आप का एहसास कराए। हमेशा जीवन को  सकारात्मकता के पावर से चार्ज करते रहे।
अभातेममं राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्या एवं जीवन विज्ञान की राष्ट्रीय सहसयोजिका श्रीमती मालाबाई कात्रेला ने आचार्य प्रवर के अहिंसा यात्रा के बारे में नैतिकता ,सद्भावना और नशा मुक्ति के बारे में और जैन साधु साध्वियों के दिनचर्या के बारे में बताया। तेरापंथ धर्म संघ की ओर से विधायक अन्भ्अलगण का स्वागत-अभिनन्दन किया एवं नव वर्ष की मंगल कामना करते हुए मुनि श्री को चेन्नई पधारने की अर्ज की। विधायक महोदय ने कहा कि कुम्भकोणम मंदिरों की नगरी है, यहां बारह वर्ष में एक बार कुंभमेला होता है और पूरे भारत से यहां ऋषि- मुनि आते हैं। आज नव वर्ष पर आप जैन साधु-साध्वीयॉ आकर हम लोगों को धन्य कर दिया। कुम्भकोणम नगरी में विधायक होने के नाते में आपका हार्दिक स्वागत करता हूँ
कार्यक्रम की शुरुआत मदुरै महिला मंडल के मंगलाचरण के द्वारा हुई। तेरापंथ युवक परिषद् मदुरै ने पार्श्वनाथ की स्तुति मे गीत का संगान किया। कुम्बकोणम के भूतपूर्व अध्यक्ष धर्मीचन्द छल्लानी ने स्वागत भाषण दिया। कुम्बकोणम महिला मंडल, साक्षी पिंचा, श्रेया सेठिया, श्रद्धा सेठिया (कुंम्बकोणम) ने गीत की प्रस्तुति दी। मदुरै महिला मंडल ने गीत एवं रोचक नाटक प्रस्तुत किया। मदुरै तेरापंथ सभा मंत्री धीरजजी दूगड़ ने अपने विचार व्यक्त किए। तिरूचि महिला मंडल, सखी नाहर (चेन्नई) एवं अमृतजी चोपड़ा (मदुरै) ने गीत के द्वारा अपने भाव प्रस्तुत किए। राजेश कुमार सेठिया, कुलदीप मुथा, सुशील सेठिया (कुम्बकोणम), अजीतकुमार बोथरा (तिरूचि) ने अपने विचार व्यक्त किए।  विल्लीपुरम से राजेश सुराणा ने मर्यादा महोसव विल्लुपुरम में करवाने की अर्ज की।

            स्वरुप चन्द दाँती
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई

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