श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ कम्मनहल्ली अध्यक्ष: विजयराज चुत्तर, मंत्री: हस्तीमल बाफनाl
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ कम्मनहल्ली में कर्नाटक तप चंद्रिका प.पू. आगमश्रीजी म.सा. ने बताया हम जिस स्टेज पर हैं वहां हमें निर्दोष निष्पाप बनना है जिसकी भगवान के प्रति अगाथ श्रद्धा होती है वह अपना जीवन सार्थक बना लेता है। पवित्रता क्या है। जिसके दिल में दया करुणा मानवता, अनुकंपा व्यवहार में मिली है उसे पवित्रता कहा गया है। सभी को पवित्रता अच्छी लगती है जाट जाटनी का दृष्टांत देकर बताया।
प.पू. धैर्याश्रीजी म.सा. ने अंतगड सूत्र के माध्यम से बताया, एवंता कुमार ने कैसे संयम को ग्रहण किया और शुद्ध बुद्ध मुक्त बन गए। आज सुंदर सी नाटिका प्रस्तुत की गई।
नई दिल्ली जैन कांफ्रेंस के राष्ट्रीय प्रमुख मार्गदर्शक सुरेशचंद छल्लानी वैय्यावच योजना राष्ट्रीय अध्यक्ष रतनचंद सिंघवी राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष पदमचंद आच्छा जैन कांफ्रेंस के कर्नाटक प्रांतीय अध्यक्ष श्री पुखराजजीसा मेहता उपाध्यक्ष सुरेशचंदजी बोहरा एवं चैनराजजी छाजेड़ वसंतकुमारजी रांका तथा सुधीर सिंघवी कांतिलाल सकलेचा मौजूद रहे। अध्यक्ष विजयराज चुत्तर ने स्वागत किया। मंत्री हस्तीमल बाफना ने संचालन किया।