चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा ने दीपावली के उपलक्ष में चल रहे जाप में शनिवार को स्वास्तिक जाप कराया। उन्होंने कहा कि चतुर्गति को तोड़ने और मानसिक शांति के लिए यह जाप करना बहुत जरूरी होता है।
इससे जीवन के सभी दुख और तकलीफे दूर हो जाती हैं। जब मनुष्य के जीवन मे शांति गठित हो जाएगा तो उसको समझो सब कुछ मिल जाएगा। जब भी कोई शुभ अवसर आते हैं तो हम उसकी शुरुवात स्वस्तिक बना कर करते है। ताकि जीवन के दुख दूर हो और शांति आ जाये।
जब जीवन मे शांति आ जायेगी तो समझो सब कुछ आ गया। वर्तमान में मनुष्य के पास सब कुछ होने के बाद भी शांति नहीं होता है। जब तक शांति नहीं होगा तब तक सब बेकार है। उन्होंने कहा कि जीवन के कष्ठ को दूर करना है तो मन को शांत करें।साध्वी सुविधि ने उत्तराध्ययन सूत्र के 24वे अध्यन में लोगो को जाप कराया।
उन्होंने कहा कि जाप का असर जीवन मे धीरे धीरे कार्य करता है लेकिन जब उदय में आता है तो उसका जीवन भर असर रहता है। लोग जाप करते हैं और चाहते हैं कि उसका असर तुरंत दिखने लगे। लेकिन ऐसा नहीं होता है उसमें थोड़ा समय लगता है और उसके लिए इंतज़ार करना पड़ता है।
उन्होंने कहा मन मे किसी चीज की लालसा अगर रख कर कुछ करेंगे तो उसका असर होना ही नहीं है। बिना लालसा के जाप करोगे तो निश्चित ही जीवन मे उजाला गठित होगा।
उन्होंने कहा कि कर्म करते जाओ फल जब मिलना होगा तब मिल जाएगा। उसकी चिंता में अगर कर्म करना छोड़ोगे तो और अंधेरे में पहुच जाओगे। इस मौके पर संघ अध्यक्ष अनंदमल छलानी समेत अन्य लोग उपस्थित थे। संध उपाध्यक्ष जेपी ललवानी ने संचालन किया।