सामूहिक सामायिक में प्रातः 7.30 से 8.30 बजे रत्न स्वर्ण वर्ष के अंतर्गत संघ की मुख्य पत्रिका जिनवाणी में प्रकाशित भावी आचार्य श्रदेय श्री महेन्द्रमुनिजी म.सा व मधुर व्याख्यानी श्रदेय श्री गौतममुनिजी म.सा के प्रवचनों पर स्वाध्याय- अनुप्रेक्षा वरिष्ठ स्वाध्यायी श्री वीरेन्द्रजी कांकरिया द्वारा विस्तार पूर्वक की गई | श्रावक संघ के कोषाध्यक्ष अम्बालालजी कर्णावट स्वाध्यायीगण विनोदजी जैन, वी निखिलजी कांकरिया, नवरतनमलजी चोरडिया, कांतिलालजी तातेड़, दीपकजी श्रीश्रीमाल, आर नरेन्द्रजी कांकरिया कमलजी चोरडिया, लीलमचन्दजी बागमार, उच्छबराजजी गांग, महावीरजी कर्णावट, युवक परिषद् शाखा प्रमुख संदीपजी ओस्तवाल श्राविका मण्डल अध्यक्ष शशिजी कांकरिया श्रीमती बसंतीदेवीजी कर्णावट की सामायिक परिवेश में उपस्थिति रही व जिज्ञासा समाधान में भाग लिया |
प्रातः 8.30 से 10.30 बजे बालक-बालिकाओं का रविवारीय नैतिक-धार्मिक संस्कारीय शिविर विंग्स टू फ्लाई का आयोजन हुआ | श्री भरतजी बागमार, सुनीलजी ओस्तवाल, करणजी कांकरिया शिखरजी छाजेड़, मोहितजी छाजेड़ ने शिविर आयोजन में व्यस्थापक के रुप में सेवाएं दी |
मध्यान्ह में आलोयणा का पाठ हुआ | दोपहर 2 से 4 बजे सामायिक साधना के संग दीक्षार्थी बहन दिव्याजी भलगट व वीर परिवार का अभिनन्दन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ |
सायंकाल सूर्यास्त समय पक्खी पाक्षिक प्रतिक्रमण श्रावक रत्न श्री बादलचन्दजी बागमार ने कराया | पाक्षिक प्रतिक्रमण में श्री गौतमचन्द जी मुणोत, कांतिलालजी तातेड़, उच्छबराजजी गांग, ज्ञानचन्दजी बागमार आदि की उपस्थिति प्रमोदजन्य रही | वैशाख कृष्ण चतुर्दशी पर्व पर कांतिलालजी तातेड़ ने अष्ठप्रहर व श्री के. प्रकाशचंदजी ओस्तवाल ने चार प्रहर के पौषध की साधना की |
प्रेषक :- स्वाध्याय भवन 24/25 – बेसिन वाटर स्ट्रीट साहूकारपेट, चेन्नई.