स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई: भगवान महावीर जन्म कल्याणक चैत्र शुक्ल 13 त्रयोदशी गुरुवार 10 अप्रैल 2025 को स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के तत्वावधान में दो-दो सामायिक की साधना करते हुए आराधना पूर्वक मनाया गया |
आचार्य भगवन्त पूज्यश्री हस्तीमलजी म.सा की कृति जैन धर्म का मौलिक इतिहास भाग 4 सामान्य श्रुतधर खण्ड का वांचन वरिष्ठ स्वाध्यायी वीरपुत्र-भ्राता आर वीरेन्द्रजी कांकरिया द्वारा किया गया |
श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ,तमिलनाडु के निवर्तमान कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने भगवान महावीर स्वामी के 2624 वें जन्म कल्याणक के सुप्रसंग पर भगवान महावीर स्वामी के मुख्य सताईस भवों संग तीर्थंकर भव पर रोचक प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत की,उपस्थित श्रदालुओं ने सन्तोषप्रद उतर दिए |
उपस्थित श्रदालुओं ने महावीर चालीसा,वीर स्तुति,पुच्छिसुणं महावीराष्टक की सामूहिक स्तुति की | स्वाध्यायी बन्धुवर दीपकजी श्रीश्रीमाल ने जिसने राजपाट सब त्याग दिया, जिसने स्याद्वाद का ज्ञान दिया, प्राथना प्रस्तुत की, इंदरचंदजी कर्णावट ने जो आनंद मंगल चाओ रे तो मनाओ महावीर भासव भरी स्तुति की |, तपस्वी श्री कांतिलालजी तातेड़ ने प्रभु महावीर भगवान,तेरा सबसे ऊंचा ज्ञान प्राथना प्रस्तुत की | वरिष्ठ स्वाध्यायी श्री चम्पालालजी बोथरा ने भाव विभोर स्तुति धर्मसभा में की |
वीरपुत्र श्री आर वीरेन्द्रजी कांकरिया ने भगवान महावीर के साधनामय जीवन पर प्रासंगिक प्राथना माया,ममता,मोह बन्धन तोड़ के,ओ महावीर कैसे आप निकले घर छोड़ के प्रस्तुत की | गुरुजी श्री विनोदजी जैन ने कहा कि भगवान महावीर की प्रेरणाओं को सभी अपनाएं,तो हमारे जीवन में विकास होगा |
जन्म कल्याणक सामायिक दिवस कार्यक्रम का सफल सुन्दर संचालन युवक परिषद् के शाखा प्रमुख श्री संदीपजी ओस्तवाल ने किया |
इस पावन प्रसंग पर श्रावक संघ के कोषाध्यक्ष अम्बालालजी कर्णावट, उपाध्यक्ष गौतमचन्दजी मुणोत, रुपराजजी सेठिया,सम्पतमलजी कमलजी चोरडिया,वीरपुत्र-भ्राता अभयजी सुराणा,दिनेशजी खींवसरा महावीर जी कर्णावट,उच्छबराजजी गांग,लीलमचन्दजी बागमार, उमेशजी संचेती,मनिषजी जैन,एन विमलजी बाफना,महावीरचन्दजी छाजेड़,श्रीमती बसंतीदेवीजी कर्णावट, सुशीलादेवीजी खींवसरा, प्रकाशदेवीजी दीपाजी ममताजी बोथरा,सुबीताजी सोनलजी सुराणा, कुसुमजी चौधरी चंद्रकलाजी चोरडिया की सामायिक परिवेश में दो-दो सामायिक की साधना करते हुए प्रमोदजन्य उपस्थिति रही |
श्री कांतिलालजी तातेड़ ने संकल्प सूत्र करवाया,श्री गौतमचन्दजी मुणोत ने संघ की ओर से गुरुदेव-महासती मण्डल के स्वास्थ्य की सुखसाता पूछते हुए क्षमायाचना सूत्र करवाया | श्री सम्पतमलजी चोरडिया ने मांगलिक सुनाई |
प्रेषक :- आर नरेन्द्र कांकरिया श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु “स्वाध्याय भवन” 24/25- बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट, साहूकारपेट, चेन्नई-तमिलनाडु