चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा ने कहा मनुष्य का जीवन बहुत ही सुंदर है। इस भव को अपनी अज्ञानता से गंवाना नहीं चाहिए। जीवन मिला है तो कल्याण के मार्ग पर बढऩा चाहिए। प्रकाश के सरोवर में डुबकी लगा कर मोक्ष पा लेना चाहिए।
साध्वी सुविधि ने कहा मनुष्य के जीवन में जितना कम बोझ होगा जीवन उतना ही हल्का और स्वतंत्र होगा। वर्तमान में लोग मशीनों पर निर्भर हो चुके है। घर मे हर कार्य मशीन से हो रहा है। लेकिन ऐसा करके मनुष्य आराम तो पा रहा है पर बहुत चीजों से दूर हो रहा है।
अगर मनुष्य मशीनों के इस्तेमाल के बजाय शरीर का इस्तेमाल करें तो वह स्वस्थ रहेगा। सामान ज्यादा होने पर पारिवारिक जीवन में कलह होती है। मनुष्य को सामान के लोभ से दूर होकर जीवन को हल्का बना लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पहले बूढ़े होने पर बीमारी आती थी पर अब अपने लोभ की वजह से लोग युवावस्था में ही बीमार हो जाते हैं। यदि धर्म के मार्ग पर चला जाये तो सुख की तलाश नहीं करनी पड़ेगी बल्कि अपने आप ही सुख का अनुभव होगा।
लोग दिखाने के लिए जरूरत से ज्यादा सामान खरीद कर अपने कर्मो को बांध रहे हैं। ऊपर जाना है तो खुद को हल्का करने का प्रयास करें। धर्म सभा मे सुरेश ललवानी, पंकज कोठारी, मदन खाबिया भी उपस्थित थे।