नवरात्रि महोत्सव के ऐतिहासिक आयोजन के लिए विभिन्न समितियों का गठन
इंदौर। मां पद्मावती के परम उपासक, कृष्णगिरी शक्तिपीठाधिपति एवं राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजीसंत महाराज साहब के सानिध्य में इंदौर ही नहीं मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार श्री नवरात्रि दिव्य आराधना भक्ति महामहोत्सव आगामी 29 सितंबर से 8 अक्टूबर तक चंदन नगर स्थित श्रीजी वाटिका में आयोजित किया जा रहा है।
वृहद स्तर पर आयोजित इस भक्ति आराधना कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए समितियों का गठन किया गया है। अध्यक्ष अभय बागरेचा ने बताया कि विभिन्न समितियों में संयोजकों के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां प्रदान की गई। आयोजन में शहर-प्रदेश ही नहीं देश और दुनिया के विभिन्न शहरों से गुरुभक्तों का सैलाब शामिल होगा।
बागरेचा ने बताया कि सेवाभावी पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं की एक आवश्यक बैठक में डॉ वसंतविजयजी ने श्री कृष्णगिरी पार्श्वपद्मावती महिला मंडल इंदौर के गठन की घोषणा के साथ सपना खटकानी को अध्यक्ष मनोनीत किया। इस अवसर पर उपस्थित समस्त सेवाभावी भक्तों को अपने प्रेरणादाई संदेश में कहा कि भक्ति, भजन व आराधना की अपनी महिमा है, लेकिन सेवा की महिमा सबसे बढ़कर है।
सेवा चाहे माता पिता, गुरु, गौमाता अथवा सामाजिक स्तर पर हो सेवा को सही तरीके से अपने जीवन में उतार लिया जाए तो अपने आप सुख प्राप्त हो जाता है। राष्ट्रसंतश्री ने सेवा को सच्ची पूजा बताते हुए यह भी कहा कि इंसान के रूप में परमात्मा हमारे सामने मौजूद है इसलिए तन, मन और धन से जो कुछ भी बन पाता है बिना किसी स्वार्थ के सब को सुख पहुंचाने की चेष्टा करनी चाहिए।
धर्म और समाज के कल्याण के लिए जीवन को साकार करना चाहिए। अपना दिव्य मांगलिक आशीर्वाद प्रदान करते हुए डॉ वसंतविजयजी ने कहा कि सेवा भाव से होनी चाहिए, मजबूत संकल्प के साथ भक्ति भाव से की गई सेवा निश्चित रूप से सुख-समृद्धि, गुण व ज्ञान-संस्कार प्रदान करेगी।
कार्यक्रम में विभिन्न व्यवस्थाओं के समन्वयक सोमिल कोठारी, मुख्य संयोजक अरविंद जैन, महामंत्री संजय मारवाड़ी, अतिथि सत्कार समिति संयोजक अनिल चौधरी, कोषाध्यक्ष विपिन पगारिया, तरुण सेठिया, जितेंद्र बाफना, अनिल लुणावत, रितेश नाहर, सपना ख़टकानी व अर्पिता बाफना ने भी अपने विचार रखे। सभी का स्वागत एवं आभार अभय बागरेचा ने जताते हुए कहा कि टीम वर्क से ही 24 घंटे की सेवा में अथवा प्रतिदिन के कार्यक्रम समय रात्रि 8:00 बजे से 11:00 बजे तक नवरात्रि का आयोजन यशस्वी एवं ऐतिहासिक रूप से संपन्न होगा।