कलशयात्रा के साथ पहुंची एमकेबी नगर जैन स्थानक
चेन्नई. साध्वी धर्मप्रभा एवं साध्वी स्नेहप्रभा ने शुक्रवार को एमकेबी नगर जैन स्थानक में चातुर्मासिक प्रवेश किया। इससे पूर्व साध्वीवृंद लिंक रोड स्थित रेनबो पैराडाइज से कलशयात्रा के साथ जैन स्थानक पहुंची। इस मौके पर उपप्रवर्तक विनयमुनि व गौतममुनि भी पहुंचे। यहां आयोजित धर्मसभा में विशिष्ट अतिथि आनंदमल छल्लाणी, किशनलाल खाबिया, सज्जनराज मेहता, ुपूरणचंद कोठारी, धर्मीचंद कांठेड़, शंकरलाल पटवा, सिद्धेचंद लोढा, जबरचंद खिंवसरा थे।
इस मौके पर साध्वी धर्मप्रभा ने कहा चातुर्मास करने की परंपरा जैन धर्म में अनादि काल से चली आ रही है। इसका मु य कारण है चातुर्मासकाल वर्षाकाल होना। इस काल में असं य जीवों की उत्पत्ति होती है, जब साधु-संत से विचरण करते समय उनकी हिंसा न हो। यही कारण है कि संत-साध्वी श्रावण, भादो, आसोज व कार्तिक इन चार माह में विशेष विचरण नहीं कर एक ही स्थान पर धर्माराधना करते हैं। संजय मुनि ने भी भगवान महावीर की स्तुति प्रस्तुत की।
विनय मुनि ने कहा चातुर्मास का मंगल पर्व हमें धर्म का दीप जलाने को कहता है। धर्म की ज्योति का प्रकाश सच्चा व सत्य होता है। धर्म का प्रकाश ही हमारी आत्मा को प्रकाशित कर मोक्ष की मंजिल तक पहुंचाता है। धर्म ही सर्वश्रेष्ठ एवं सर्वोत्तम मंगल है। पवनकुमार अग्रवाल, देवराज लूणावत, मदनलाल लोढा, गौतमचंद मूथा, जवरीलाल कटारिया, हीरालाल रांका, ललेशकुमार कांकरिया, नवरतनमल चोरडिया व सुभाषचंद खांटेड़ आदि ने भी बतौर अतिथि हिस्सा लिया।
इस मौके पारसमल लोढा, पवनकुमार तातेड़, गौतमचंद सुराणा, कमलकुमार खिंवसरा, भरतकुमार बाघमार, निहालचंद लोढा, कांतिलाल विनायकिया, भूपेंद्रकुमार जैन, प्रकाशचंद डोसी व मूलचंद सुराणा ने अतिथियों से अ िानंदन किया। साध्वीवृंद का चातुर्मासिक प्रवचन २६ जुलाई से शुरू होगा जिसका समय सवेरे ९ बजे से रहेगा।