विश्वशांति जाप अनुष्ठान का आयोजन
चेन्नई. साहुकारपेट के जैन भवन में चातुर्मासार्थ विराजित साध्वी सिद्धिसुधा ने रविवार को कहा कि वर्तमान में लोग सांसारिक कार्य में इस तरह से फंसे हैं कि उनका धर्म की ओर ध्यान ही नहीं जाता। लेकिन आत्मा की शुद्धि के लिए तप, जप करना बहुत ही जरूरी होता है। एक बार महावीर भगवान से गौतमस्वामी ने पूछा था कि प्रत्याखान करने से जीवन में किस चीज की प्राप्ति होती है, तब महावीर ने बताया था कि प्रत्याखान मन को भाने वाली होती है उसे स्वेच्छा से की जानी चाहिए।
त्यागी वह नहीं होता जो किसी के कहने पर किसी चीज का त्याग करता है बल्कि त्यागी वह होता है जो अपनी स्वेच्छा से त्याग के लिए आगे आता है। इच्छाओं पर नियंत्रण करना ही प्रत्याख्यान कहलाता है। साध्वी समिति ने कहा वर्तमान में लोगों की सोच की वजह से जनरेशन गैप बढ़ता जा रहा है। लोग दूसरों की सुनने के बजाय खुद ही सुनाते हंै जिसकी वजह से परिवार में रहकर भी उनके बीच दूरियां बढ़ रही हंै लेकिन जीवन में अगर आगेे जाना है तो सुनाने के बजाय सुनने की आदत डालनी होगी।
जब घर का कोई सदस्य कुछ बोले तो उसे शांत कराने के बजाय सुनना चाहिए। ऐसा करने पर आपसी गैप कभी नहीं बनेगा। पहले भी ऐसा गैप होता था लेकिन ऐसी समस्या कभी नहीं होती थी, क्योंकि लोग सुन कर निवारण करते थे। वर्तमान की युवा पीढ़ी आधुनिक हो चुकी है ऐसे में अगर सुनने के बजाय सुनाया जाए तो अपने आप ही दूरियां बढ़ेंगी।
लोगों को सम्मान पाना तो बहुत पसंद है पर सम्मान करना नहीं चाहते। लेकिन याद रहे सम्मान उसी को मिलता है जो सम्मान करना जानता है। सांसारिक कार्यो में लोग इस तरह से लिप्त हैं कि वे परिवार को समय ही नहीं दे पा रहे है और इससे भी दूरियां बढ़ती जा रही हैं। अगर दूरियां कम करनी है तो सुनाने के बजाय सुनें, सम्मान करें और अपने परिवार को समय दें, ऐसा करने पर मनुष्य का जीवन सुख मय हो जाएगा।
सभा में वर्षाप्राप्ति एवं जल संकट निवारण हेतु विश्व शांति जाप अनुष्ठान का आयोजन किया गया। जाप के माध्यम से जल संकट जल्द खत्म हो ऐसा अनुष्ठान मे प्रभु से पार्थना की गई। इस तरह का जाप संस्कार मंच के सहयोग से अनेक बाजारों में भी किया गया।
आगम की बोली लेने वाले बाबूलाल भंसाली परिवार ने साध्वीवृंद को आगम भेंट दी। जैन कॉन्फ्रेंस की महिला शाखा कह अध्यक्ष ललिता जांगड़ा ने करीब 100 से अधिक तमिल बच्चों को मांसाहार त्याग का प्रत्याख्यान दिलाया। इस अवसर पर अध्यक्ष आनंदमल छलाणी, उपाध्यक्ष जेपी ललवानी, सुरेश कोठारी, महावीर सिसोदिया, पंकज कोठारी, गौतमचंद दुगड़, दुलीचंद छाजेड़, राखी गुलेच्छा समेत अनेक गणमान्य उपस्थित थे।