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समाज में सभ्यता और संस्कृति सुसंस्कारी वह समाज प्राणवान : मुनि श्री रमेशकुमार

समाज में सभ्यता और संस्कृति सुसंस्कारी वह समाज प्राणवान : मुनि श्री रमेशकुमार

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद्, चेन्नई द्वारा दीपावली पूजन  जैन संस्कार विधि द्वारा कैसे करें कार्यशाला का आयोजन मुनि श्री रमेशकुमार जी ठाणा-2 के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, ट्रिप्लीकेन में प्रवचन के समय सुबह 9:30 बजे गुरुवार दिनांक 24/10/19 किया गया।
     

संस्कारक श्री स्वरूप दाँती ने सम्पूर्ण मंगल मंत्रोंच्चार के साथ सरलता से जैन संस्कार विधि द्वारा दीपावली पूजन प्रायोगिक रूप से करके बताया। संस्कारक श्री पुखराज पारख, श्री संतोष सेठिया ने सहयोगी की भूमिका निभाई।
  

मुनि श्री रमेशकुमार ने मंगल पाथेय प्रदान कर जैन संस्कार विधि पर प्रकाश डालते हुये अपनाने हेतु प्रेरणा दी। मुनि श्री इस अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारतवर्ष का सबसे बड़ा पर्व दीपावली पर्व है। जो पांच दिवस तक मनाया जाता हैं। मुनि श्री ने आगे कहा कि जैन – धर्म ही नहीं अपितु सभ्यता हैं, संस्कृति हैं। जिस समाज में सभ्यता संस्कृति सुसंस्कारी होती है, वह समाज प्राणवान होता हैं, वह समाज चिरंजीवी रहता हैं।
  

मुनि श्री ने आगे कहा कि सामाजिक जीवन में अनेकों संस्कार होते हैं – जैसे जन्म, विवाह, गृह प्रवेश, दीपावली इत्यादि। हम गौरवशाली हैं कि हमें तेरापंथ धर्म संघ के नवमे आचार्य श्री तुलसी ने अपने प्रत्येक सामाजिक कार्यों में जैनत्व की झलक प्रस्फुटित हो उसके लिए जैन संस्कार विधि को सरल, आडंबर रहित, नेचुरल, वैज्ञानिक रूप से हमारे सामने प्रस्तुत किया। इस विधि में मंत्रों के साथ ग्रहों, राशियों, नक्षत्रों का का भी ध्यान दिया जाता हैं।
  

मुनि श्री ने आगे कहा कि सनातन और वैदिक परंपरा में जहां सौलह संस्कारों की विस्तृत चर्चा परिचर्चा मिलती है, तो जैन संस्कार मैं भी एक पूरी विधि विधान हैं। जैन संस्कार में संस्कार यथासंभव सूर्य की साक्षी से होते हैं और नौ ग्रहों में सबसे पावरफुल सूर्य ग्रह होता है। उस सूर्य से अन्य ग्रहों को रश्मिया मिलती हैं। तो जैन संस्कार विधि सूर्य की साक्षी से होती हैं और सूर्य की साक्षी सबसे बड़ी साक्षी  मानी गई हैं।
 

इससे पूर्व मुनि श्री के द्वारा नमस्कार महामंत्र एवं भगवान महावीर की मंगल स्तुति से कार्यशाला प्रारंभ हुई। विजय गीत के संगान के बाद तेयुप अध्यक्ष श्री प्रवीण सुराणा ने स्वागत व्यक्तव्य देते हुए श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया। इस अवसर पर तेयुप मंत्री श्री दिलीप भंसाली, सहमंत्री प्रथम श्री संतोष सेठिया, सहमंत्री द्वितीय श्री दिलीप गेलड़ा, संगठन मंत्री श्री सुधीर संचेती के साथ गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ ट्रस्ट्र ट्रिप्लीकेन के मुख्यन्याशी श्री गौतमचन्द सेठिया ने दिया।

        स्वरूप चन्द दाँती
       प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई 

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